Sambhal: संभल की ऐतिहासिक जामा मस्जिद के ठीक सामने, अब एक हाईटेक और आधुनिक पुलिस चौकी स्थापित कर दी गई है। इसे ‘सत्यव्रत पुलिस चौकी’ नाम दिया गया है। चौकी का निर्माण उस समय की गई हिंसा के बाद किया गया, जब 24 नवंबर 2024 को मस्जिद में सर्वे के दौरान तनाव और झड़पें हुई थीं।
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हवन-पूजन के साथ हुआ शुभारंभ
Sambhal: रामनवमी के पावन दिन पर जिला अधिकारी (DM) और पुलिस अधीक्षक (SP) ने विधिवत हवन और पूजन कर इस पुलिस चौकी का उद्घाटन किया। इस शुभारंभ में धार्मिक आस्था और सुरक्षा व्यवस्था का सुंदर मेल देखने को मिला।
चौकी का नाम सत्यव्रत क्यों?
Sambhal: इस चौकी का नाम ‘सत्यव्रत’ रखा गया है, जिसका अर्थ है – सत्य के मार्ग पर अडिग रहने वाला। चौकी के बाहर लगाए गए शिलापट्ट पर भगवद गीता का प्रसिद्ध श्लोक “यदा यदा ही धर्मस्य…” अंकित किया गया है, जो इसे एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान भी देता है।
100 पुलिसकर्मियों की तैनाती और CCTV कंट्रोल रूम
Sambhal: यह चौकी पूरी तरह से हाईटेक सुविधाओं से लैस है। यहां 24 घंटे सुरक्षा के लिए 100 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इसके साथ ही पूरे संभल शहर के सीसीटीवी कैमरों की निगरानी भी इसी चौकी में बने कंट्रोल रूम से की जाएगी, जिससे अपराध पर नियंत्रण आसान हो सकेगा।
स्थानीय लोगों में उत्साह, सेल्फी लेने की होड़
उद्घाटन से पहले ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग इस नई पुलिस चौकी को देखने पहुंचे। लोग चौकी के सामने सेल्फी लेते नजर आए। स्थानीय निवासियों ने कहा कि यह चौकी लंबे समय से ज़रूरत बन चुकी थी और सरकार ने उनकी मांग को गंभीरता से लिया।
विवाद के बाद युद्धस्तर पर शुरू हुआ था निर्माण
24 नवंबर की घटना के तुरंत बाद प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को समझा और युद्धस्तर पर इस चौकी के निर्माण का निर्णय लिया। खाली पड़े मैदान की जांच के बाद, सुरक्षा के लिहाज़ से इसे चुना गया और तेज़ी से काम शुरू कर दिया गया। यह चौकी अब संभल शहर में कानून व्यवस्था को और मज़बूत बनाएगी और लोगों में विश्वास को बढ़ाएगी।