रूस के पूर्वी क्षेत्र कामचटका में बुधवार को आए 8.8 तीव्रता के भूकंप ने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। समुद्र तल के नीचे 19.3 किमी गहराई में केंद्रित इस झटके के बाद अमेरिका और जापान समेत 30 से अधिक देशों में सुनामी अलर्ट जारी किया गया है।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, समुद्र में 3 से 12 फीट तक ऊँची लहरें उठने की संभावना है। इससे तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही की आशंका जताई गई है। कुरील द्वीप की मुख्य बस्ती सेवेरो-कुरील्स्क में पहली सुनामी लहर टकराई, जिसके बाद आसपास के इलाकों में बाढ़ आ गई।
73 वर्षों में रूस में सबसे शक्तिशाली झटका
कामचटका में इससे पहले इतना तीव्र भूकंप 4 नवंबर 1952 को आया था, जिसकी तीव्रता 9.0 थी। इस बार के भूकंप ने 73 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए फिर इस क्षेत्र को हिला दिया है। इस प्रायद्वीप की स्थिति भी भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील है क्योंकि यह प्रशांत महासागर की ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है।
पिछले एक महीने में रूस में पाँच बार भूकंप आ चुके हैं। किंडरगार्टन की इमारतें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं, हालांकि समय रहते इन इमारतों को खाली करवा लिया गया था, जिससे किसी जनहानि की सूचना नहीं है।
जापान में फुकुशिमा प्लांट खाली, 2011 की यादें ताज़ा
जापान में फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट को एहतियातन खाली करवा दिया गया है। 2011 में भी जब यहाँ 9 तीव्रता का भूकंप आया था, तो सुनामी के कारण कूलिंग सिस्टम फेल हो गया था और रेडियोएक्टिव रिसाव हुआ था। इस बार फिर ऐसी ही भयावहता की आशंका को लेकर तटीय क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी गई है।
होक्काइडो द्वीप के पास हल्के झटके महसूस किए गए हैं और तट पर 30 सेंटीमीटर ऊँची लहरें दर्ज की गईं। जापान सरकार पूरी तरह अलर्ट पर है।
अमेरिका समेत इन 30+ देशों में सुनामी अलर्ट
सुनामी की चेतावनी अमेरिका के कैलिफोर्निया, हवाई, समोआ से लेकर कोलंबिया, फिजी, मेक्सिको, न्यूजीलैंड, पनामा, पेरू, फिलीपींस, ताइवान और टोन्गा तक फैली हुई है। इन सभी देशों में लोगों को तटीय इलाकों से हटाने की प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘ट्रुथ’ पर इस आपदा की जानकारी साझा की है। कुछ क्षेत्रों में सैटेलाइट इमेज से लहरों की उग्रता को दिखाया गया है।
भारत सरकार ने भी जारी किया अलर्ट
भारत सरकार ने विदेशों में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए भी विशेष चेतावनी जारी की है। सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने कैलिफोर्निया, हवाई और अन्य पश्चिमी तटीय राज्यों में रह रहे भारतीयों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
भारत सरकार की यह सक्रियता दर्शाती है कि संकट की स्थिति में वह अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर सजग है। मिशन ने संपर्क नंबर भी सार्वजनिक किए हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए भूकंप के वीडियो
लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर अपने घरों और आस-पास रिकॉर्ड किए गए वीडियो साझा किए हैं, जिनमें झटकों के साथ गिरते सामान, टूटती दीवारें और लोगों की घबराहट देखी जा सकती है।
कामचटका के किंडरगार्टन स्कूल की इमारत पूरी तरह से ढह गई, लेकिन समय रहते उसे खाली करवा लिया गया था। प्रशासन ने 2000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा दिया है।
पिछली आपदाओं की पृष्ठभूमि
जापान में हाल ही में जनवरी 2024 में 90 मिनट के भीतर 21 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। वहीं ताइवान में 7.5 तीव्रता का भूकंप आ चुका है।
इस क्षेत्र में बार-बार आ रही ऐसी घटनाओं से यह साफ है कि पूरी प्रशांत पट्टी लगातार भूकंपीय हलचलों की चपेट में है।
इन घटनाओं को देखकर विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि आगे भी ऐसे भूकंप और सुनामी की घटनाएँ आ सकती हैं और सरकारों को पूर्व-सतर्कता के साथ तैयार रहना होगा।