Risk of Heatstroke: गर्मी अपने चरम पर पहुंच रही है। दोपहर 12 से 4 के बिच घर के बहार निकलना किसी चुनौती से कम नहीं होता। ऐसे में हीटस्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है, जिससे बचने के लिए आपको कुछ आसान उपाय करने चाहिए। चलिए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
गर्मियों के मौसम में पारा बढ़ना आम बात है, लेकिन जब टेम्प्रेचर ज्यादा बढ़ जाता है तो शरीर का थर्मल बैलेंस बिगड़ जाता है। ऐसे में आपको हीट स्ट्रोक जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इससे बचना ज़्यादा मुश्किल नहीं है, बस आपको कुछ आसान उपाय करने होते है। आइए जानते हैं गर्मियों में हीटस्ट्रोक से खुद को कैसे रखें सुरक्षित?
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Risk of Heatstroke: हाइड्रेटेड रहे
शरीर में कम पानी की वजह से हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है। ऐसे में ज़रूरी है की आप खूब पानी पिए और अपने आप को हाइड्रेटेड रखे। वहीँ अगर आपको प्यास नहीं लगी है तो आप पानी की जगह नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ, बेल का शरबत, जैसे प्राकृतिक ड्रिंक का सेवन भी कर सकते है, यह हेअल्थी भी होती है और शरीर की ठंडक को भी बरक़रार रखती है।
धूप में ना निकले
Risk of Heatstroke: दोपहर 12 से 4 बजे तक का समय सबसे गर्म होता है। ऐसे में हीटस्ट्रोक से बचने के लिए कोशिश करें कि इस दौरान घर से बाहर न निकलें और अगर निकलना पड़े तो सिर को टोपी, गमछा या छाते से ढकें।
घर को रखें ठंडा
गर्मियों में घर को ठंडा रखने की कोशिश करें। खिड़कियों पर गीले पर्दे लगाएं या मिट्टी के बर्तनों में पानी भरकर रखें जिससे हवा ठंडी हो। दिन में खिड़कियां बंद और परदे लगा कर रखे। सुबह-शाम खोलें ताकि ताज़ी हवा आ सके।
हल्का भोजन खाये
Risk of Heatstroke: गर्मियों के दिनों में भारी या तला भुनाखने की वजह से आपको आपको एसिडिटी, भारीपन, जी मिचलाना जैसी समस्याएं हो सकती है। ऐसे में जितना हो सके गर्मियों में हल्का, और तरल पदार्थ से भरपूर आहार ले। जितना हो सके फल खाये और बहार का खाना तो मत ही खाये।
Risk of Heatstroke: लक्षण
हीट स्ट्रोक के लक्षण बहुत ही सामान्य होते है। जैसे तेज बुखार, सिरदर्द, उल्टी, चक्कर, तेज दिल की धड़कन या बेहोशी। अगर किसी को ऐसा कुछ होता है तो तुरंत उसे ठंडी जगह पर ले जाएं, शरीर को ठंडे पानी से पोछें और डॉक्टर को दिखाएं। गर्मियों के सीजन में बच्चो और बुजुर्गो का खास ख्याल रखें। उन्हें जितना हो सके घर में ही रखे और धुप में न जाने दें।