Rrift in the Indie Alliance: भाजपा का मुकाबला करने के लिए बने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में दरार पड़ने लगी है। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी से सपा के अलग होने और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी के गठबंधन के कामकाज से असंतुष्ट होने से साफ है कि गठबंधन का भविष्य सवालों में है। विपक्षी गठबंधन में सबसे ज्यादा मतभेद कांग्रेस की स्थिति को लेकर है। गठबंधन अब भाजपा को छोड़कर आपस में ही उलझता नजर आ रहा है।
विपक्षी गठबंधन में सबसे ज्यादा मतभेद कांग्रेस की स्थिति को लेकर है। हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद अब कई पार्टियां गठबंधन में अपनी ताकत दिखाने लगी हैं। कांग्रेस को लेकर विपक्षी दलों का मानना है कि उसे आत्मचिंतन करना चाहिए और दूसरों के प्रति उदार होना चाहिए। इसी का नतीजा है कि सहयोगी दल कांग्रेस के दबदबे के खिलाफ भी बोल रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के कामकाज पर असंतोष व्यक्त किया और मौका मिलने पर इसकी कमान संभालने के अपने इरादे का संकेत दिया।
जानें अबू आजमी ने क्या कहा?
सपा नेता अबू आसिम आजमी ने कहा कि महाविकास अघाड़ी ने कभी हमारा सम्मान नहीं किया। उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी ने कहा था कि वे सांप्रदायिकता छोड़ देंगे और धर्म निरपेक्ष ताकतों से हाथ मिलाएंगे। उन्होंने और उनकी पार्टी ने एक बार फिर बाबरी मस्जिद को ध्वस्त करने वालों का सम्मान किया है। समाजवादी पार्टी उनके साथ कभी नहीं रह सकती जो लोगों को धर्म के आधार पर बांटना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमें एमवीए की समन्वय बैठक के लिए कभी नहीं बुलाया गया। हम लोकसभा चुनावों की तरह समन्वय चाहते थे। लेकिन कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव) और राकांपा (एसपी) सीट बंटवारे को लेकर एक-दूसरे से लड़ते रहे। यही कारण है कि महाराष्ट्र चुनाव हम हार गए।
गठबंधन के नेताओं ने रखी अपनी बात
सपा के राज्यसभा सदस्य जावेद अली खान कहते हैं कि हम अभी भी ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा हैं क्योंकि हम संस्थापकों में से एक थे। लेकिन गठबंधन के सहयोगियों के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी राजा ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे गठबंधन के अध्यक्ष हैं और उन्हें मुद्दों पर जवाब देना चाहिए। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि ‘इंडिया’ के सभी घटक दलों के नेता तय करेंगे कि उनका नेतृत्व कौन करेगा? ममता बनर्जी भाजपा के खिलाफ लड़ाई में एक मजबूत स्तंभ हैं। विभिन्न नेता अपने-अपने राज्यों में आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे हैं।
एनडीए नेताओं ने ली चुटकी
जदयू नेता राजीव रंजन ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन के हमेशा से बिखरने का खतरा रहा है। उन्होंने कहा कि अब यह केवल एक औपचारिकता है। अब तक यह गठबंधन केवल कागजों पर दिखाई देता था, लेकिन अब यह वहां भी नहीं रहेगा। भाजपा नेता सीआर केसवन ने विपक्षी गठबंधन को अवसरवादी बताया। उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन टूट रहा है। उनके बीच कलह इसलिए है क्योंकि गठबंधन में शामिल दलों को लगता है कि राहुल गांधी का असफल नेतृत्व चुनावों में उनकी विफलता का कारण है। कलह अब खुले तौर पर सामने आ गई है।