Rajasthan Assembly by-election: कांग्रेस नेता नरेश मीणा एक बार बागी हो गए हैं। उन्होंने देवली-उनियारा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में शुक्रवार को नामांकन दाखिल कर दिया। हालांकि नरेश मीणा ने एक दिन पहले गुरुवार को चुनाव लड़ने से इनकार किया था, लेकिन शुक्रवार को उन्होंने जयपुर में चुनाव लड़ने का एलान कर दिया। इससे पहले विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने कांग्रेस से बागी हो कर छबड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ा था। वहीं अंतिम दिन शुक्रवार (25 अक्टूबर, 2024) को कुल 94 अभ्यर्थियों ने नामांकन पत्र प्रस्तुत किए।
मीणा वोटर्स में सेंधमारी का बढ़ा खतरा
हरीश मीणा के सांसद बनने के बाद खाली हुई देवली सीट से कांग्रेस ने कस्तूर मीणा को मैदान में उतारा है। नरेश मीणा यहीं से टिकट मांग रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया। यदि नरेश मीणा ने नामांकन वापस नहीं लिया तो वह कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ सकते हैं, क्योंकि उनके सामने भी कांग्रेस के मीणा उम्मीदवार हैं। ऐसे में मीणा वोटर्स में सेंधमारी का खतरा बढ़ गया है।
पहले दबाव बनाने के लिए दे चुके धरना
इससे पहले पार्टी पर दबाव बनाने के लिए नरेश मीणा टोंक के अलीगढ़ में धरना देकर बैठ गए थे। उन्होंने कहा था कि जब तक टिकट की घोषणा नहीं हो जाती, वह यहीं जमे रहेंगे। हालांकि देर रात जारी की गई सूची में नरेश मीणा का नाम नहीं था, जिसके बाद उन्होंने कहा था कि उन्हें टिकट मिलने की उम्मीद थी पर वह पूरी नहीं हुई। यहां के लोगों का कहना है कि मैं अभी चुनाव न लड़ूं। यदि मैं यहां से चुनाव लड़ा तो मेरी और प्रह्लाद गुंजल की जोड़ी टूट जाएगी। मैं उनके साथ मिलकर हाड़ौती के इलाके में काम करूंगा।
अंतिम दिन 94 उम्मीदवारों ने दाखिल किए नामांकन
प्रदेश के 7 विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव के लिए शुक्रवार को नामांकन के अंतिम दिन तक कुल 94 अभ्यर्थियों ने नामांकन पत्र प्रस्तुत किए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि दौसा में सर्वाधिक 21 उम्मीदवारों और सलूम्बर में सबसे कम 7 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है। महाजन ने बताया कि 94 अभ्यर्थियों की ओर से प्रस्तुत नामांकन-पत्रों की कुल संख्या 118 है, जिनकी संवीक्षा सोमवार 28 अक्टूबर को सम्बंधित रिटर्निंग अधिकारी द्वारा की जाएगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 30 अक्टूबर है। 13 नवम्बर को मतदान होगा और मतों की गिनती 23 नवम्बर को की जाएगी।