Rajasthan News: जयपुर विकास प्राधिकरण के तहत गठित अधिकृत समिति ने जेडीए का क्षेत्र बढ़ाने का निर्णय लिया है। वर्तमान में जेडीए का क्षेत्र 40 किलोमीटर तक फैला हुआ है, जिसे बढ़ाकर 60 किलोमीटर करने की योजना बनाई जा रही है। इस बदलाव से जयपुर के आस-पास स्थित करीब 633 गांवों की किस्मत बदल जाएगी। राजस्थान सरकार से मंजूरी मिलने के बाद जेडीए 2047 तक की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नया मास्टर प्लान तैयार करेगा। यह प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जा चुका है, जिस पर सरकार से शीघ्र ही स्वीकृति मिल सकती है।
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Rajasthan News: जेडीए इलाके में शामिल होने वाले गांव
सरकार को भेजे गए प्रस्ताव में जमवारामगढ़ तहसील के मालिवास, भावपुरा, लाडीपुरा, चक चारणवास, खुरेला, दीपपुरा, डेढ़वाड़ी, धरमपुरा, भुज, जगमालपुरा, सरजौली, तिलक नगर गांव। जमवारामगढ़ तहसील के रतनपुरा क्षेत्र के रतनपुरा, दादियापट्टी, चारणवास (काली पहाड़ी), राधागोविंदपुरा, बाठ खेमा वास, खेरा वास निवाड़, धलेड़, ताला, जयचंदपुरा गांव और किशनगढ़-रेनवाल तहसील के जोरपुरा, सुंदरियावास, भेसावा, कुंडियों का बास, गुढ़ा मानसिंह, मुरलीपुरा, तुर्कियाबास, खोडी, हिंगोनिया गांव को जेडीए क्षेत्र में शामिल करने की सिफारिश है।
किस तहसील के कितने गांव होंगे शामिल?
जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से सरकार को भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार चाकसू तहसील के 58 गांव, चौमूं तहसील के 44 गांव, दूदू तहसील के 7 गांव, जमवारामगढ़ तहसील के 95 गांव, किशनगढ़ रेनवाल तहसील के 19 गांव, कोटखावदा तहसील के 14 गांव, मौजमाबाद तहसील के 49 गांव, फागी तहसील के 87 गांव, फुलेरा तहसील के 33 गांव, शाहपुरा तहसील के 55 गांव और विराटनगर तहसील के 9 गांव जेडीए क्षेत्र में शामिल होंगे।
नए बुनियादी ढांचे के विकास में आएगी तेजी
जयपुर के तेजी से बढ़ते विस्तार को ध्यान में रखते हुए यह फैसला काफी अहम माना जा रहा है। जेडीए रीजन का विस्तार भविष्य में तेजी से बढ़ते शहरीकरण को नियंत्रित किया जा सकेगा। साथ ही शहर के आसपास नए बुनियादी ढांचे के विकास में भी तेजी आएगी। इसके जरिये शहरों का विकास, ट्रांसपोर्ट, आवास और औद्योगिक क्षेत्रों की प्लानिंग बेहतर हो सकेगी। जेडीए क्षेत्र में शामिल होने वाले 633 नए गांवों की किस्मत भी बदल जाएगी। इन गांवों की जमीनें आसमान छुएगी, जिसका किसानों और जमीन मालिकों को फायदा होगा।
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