Rajasthan: उदयपुर के चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड पर बनी उदयपुर फाइल्स फिल्म की रिलीज पर सुप्रीम कोर्ट ने अभी दखल देने से इनकार कर दिया है. आज हुई सुनवाई में फिल्म के निर्माताओं को फिलहाल राहत नहीं मिली है, कोर्ट ने कहा कि आज दोपहर 2.30 पर सूचना-प्रसारण मंत्रालय के अधिकारी फिल्म को देखेंगे.
सभी पक्ष वहां मौजूद रहें. दिल्ली हाई कोर्ट ने फ़िल्म की रिलीज रोकते हुए केंद्र सरकार से मामले पर फैसला लेने को कहा था. इसके खिलाफ निर्माता सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं. इसके अलावा कन्हैयालाल हत्याकांड के एक आरोपी जावेद ने भी याचिका दायर कर फ़िल्म की रिलीज रोकने की मांग की है।
सुप्रीम कोर्ट ने सूचना-प्रसारण मंत्रालय की कमिटी से जल्द फैसला लेने को कहा. सुप्रीम कोर्ट सोमवार, 21 जुलाई को मामले पर सुनवाई करेगा. निर्माता के वकील ने निर्माता-निर्देशक और दिवंगत कन्हैयालाल के बेटे को मिल रही हत्या की धमकी का हवाला दिया.
कोर्ट ने कहा कि सभी लोग अपने क्षेत्र की पुलिस को सुरक्षा का आवेदन दें. पुलिस स्थिति के मुताबिक निर्णय ले.
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Rajasthan: तहसीलदार ने नांगलभीम में अतिक्रमण हटवाकर रास्ता किया सुचारू
श्रीमाधोपुर इलाके के नांगलभीम में तहसीलदार द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ की गई सख्त कार्रवाई ने एक बार फिर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया को सुचारू कर दिया। तहसीलदार ने जेसीबी मशीन से अतिक्रमण हटवाकर प्रचलित रास्ते को पुनः बहाल किया।
यह कार्रवाई उस समय की गई जब परिवादी रविंद्र ओसवाल ने तहसील कार्यालय में अतिक्रमण को लेकर परिवाद प्रस्तुत किया था। परिवादी ने बताया कि निकटवर्ती काश्तकारों ने उनकी भूमि पर लकड़ियां और मिट्टी डालकर अतिक्रमण किया था,
जिसके कारण वे अपनी खातेदारी की भूमि पर फसल की बुवाई नहीं कर पा रहे थे। तहसीलदार ने दोनों काश्तकारों के साथ आपसी समझाइश करके कच्चे और पक्के अतिक्रमण को हटवाया।
विद्यालय में “हरियालो राजस्थान” अभियान के तहत सघन पौधारोपण
डीग जिले के किशन लाल जोशी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में “हरियालो राजस्थान” थीम पर सघन पौधारोपण किया गया। इस अभियान का आयोजन मुख्यमंत्री के आह्वान पर “हरियालो राजस्थान और एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत किया गया।
विद्यालय प्रधानाचार्य गोपाल प्रसाद ने जानकारी दी कि इस पौधारोपण अभियान में विद्यालय परिसर और वाउंड्री वाल के चारों ओर नीम, शीशम, कदम्ब, पीपल, जामुन जैसे छायादार पौधों के साथ-साथ अमरुद, करोंजा, पापड़ी गुड़हल, कन्नेर, नींबू जैसे फल और फूलदार पौधे लगाए गए।
उन्होंने यह भी बताया कि 1 जुलाई से 15 जुलाई तक स्कूल परिसर में सैकड़ों पौधे लगाए जा चुके हैं, जो न केवल पर्यावरण को सुधारने में मदद करेंगे, बल्कि विद्यालय परिवार को भी प्रकृति से जोड़ने का कार्य करेंगे।
टोल नाके पर स्थापित हुई मिनी पुलिस चौकी
सिरोही जिले के किवरली टोल नाके पर पुलिस द्वारा मिनी पुलिस चौकी की स्थापना की गई है, जिससे क्षेत्र में बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने की उम्मीद जताई जा रही है। सिरोही पुलिस अधीक्षक (SP) अनिल कुमार बेनीवाल ने इस चौकी का लोकार्पण किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस चौकी के स्थापित होने से क्षेत्र में मारपीट, लूट, चोरी और अन्य आपराधिक वारदातों पर नियंत्रण पाया जाएगा। लोकार्पण समारोह में पिण्डवाड़ा-आबू विधायक समाराम गरासिया, सरपंच, जनप्रतिनिधियों सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
इस मिनी पुलिस चौकी के जरिए अपराधों पर रोक लगाने और नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे क्षेत्र के लोग और यात्री सुरक्षित महसूस करेंगे।
नाला खोलने पहुंचे नगर निगम कर्मियों पर पथराव
पाली जिला कलेक्टर के निर्देश पर पुनायता रोड स्थित महावीर निर्माण सहकारी समिति क्षेत्र के आनंद नगर में जलभराव की समस्या को देखते हुए नगर निगम की टीम ने अवरुद्ध नालों की सफाई का कार्य शुरू किया। इस दौरान भगत सिंह कॉलोनी निवासी शंकर पटेल ने जेसीबी मशीन और निगम कर्मियों पर पथराव कर दिया।
पथराव की वजह से जेसीबी मशीन के शीशे टूट गए। घटना की सूचना मिलते ही नगर निगम निरीक्षक ने तत्काल पुलिस को जानकारी दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी शंकर पटेल को गिरफ्तार कर लिया। नगर निगम टीम की ओर से प्लॉट मालिक के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है।”
स्मार्ट मीटर पर गरमाई सियासत
राजस्थान में स्मार्ट मीटर को लेकर सियासत ने नया मोड़ ले लिया है। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के विरोध के बाद ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कांग्रेस पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने साफ कहा कि स्मार्ट मीटर योजना तो गहलोत सरकार की देन है, भाजपा सरकार तो बस उसे आगे बढ़ा रही है।
मंत्री नागर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस के समय जयपुर, जोधपुर और अजमेर में 5.50 लाख स्मार्ट मीटर लगाए गए थे। अब वही नेता इसका विरोध कर रहे हैं, जबकि तब उन्होंने कोई सवाल नहीं उठाया। राजनीति में दोहरी बात नहीं चलती।
ऊर्जा मंत्री के मुताबिक, स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को समय पर और सटीक बिल मिलेगा। डिजिटल रिचार्ज, रियल टाइम बिजली खपत की निगरानी और शिकायतों का त्वरित समाधान जैसे फायदे आम लोगों को मिलेंगे।
रुपवास पंचायत समिति की साधारण सभा में सांसद संजना जाटव का सम्बोधन
रुपवास कस्बे के मेला मैदान के पास स्थित पंचायत समिति सभागार में साधारण सभा की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में क्षेत्रीय सांसद संजना जाटव मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुईं, जबकि बैठक की अध्यक्षता पंचायत समिति प्रधान नीतू नवलकिशोर गुर्जर ने की।
बैठक में विशिष्ट अतिथि के रूप में क्षेत्रीय विधायक डॉ. ऋतु बनावत और एसडीएम विष्णु बंसल भी उपस्थित रहे। इस दौरान, बैठक में उपस्थित सदस्यों ने क्षेत्र के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए, जिनमें बिजली, पानी, सड़क और चिकित्सा सेवाओं की स्थिति पर चर्चा की गई।
सदस्यों ने गम्भीरी नदी में आने वाले पानी की रोकथाम के लिए समुचित व्यवस्था कराने की भी मांग की। इसके अलावा, गर्मी को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में रात के समय बिजली की कटौती ना करने की अपील की गई।
जहरीले सांप के डसने से नहीं रही 2 सगी बहनें
डूंगरपुर के चौरासी थाना क्षेत्र के नागरिया पंचेला गांव में सांप के डसने से 2 सगी मासूम बहनों की मौत हो गई। दोनों बहनें खेतों में काम कर रहे माता पिता के लिए पीने का पानी लेकर जा रही थीं।
दोनों को सीमलवाड़ा अस्पताल लेकर गए, लेकिन रास्ते में दम तोड़ दिया। चौरासी थाना क्षेत्र के करावाडा चौकी प्रभारी खुशपाल सिंह ने बताया कि नागरिया पंचेला निवासी कालूराम कटारा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
इसमें बताया कि वह और उसकी पत्नी खेतों में निराई का काम करने गए थे। 3 बेटियां और 2 बेटे घर पर थे। २ बेटियां पानी लेकर खेतों में जा रही थी। रास्ते में जहरीले सांप ने पैरों में डस लिया।
सुजानगढ़ में तेज बारिश से श्मशान का रास्ता बंद
राजस्थान में मानसून की बारिश अब परेशानी बढ़ाने लगी है. कई जिलों में सड़कें टूट गई हैं. नदी-नाले उफान पर हैं. सुजानगढ़ में तेज बारिश के कारण चापटिया तलाई ओवरफ्लो हो गया, जिससे भोजलाई बास में स्थित चापटिया श्मशान घाट पर जलभराव हो गया.
इस दौरान लोगों को शवयात्रा निकालने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. जब इसकी जानकारी भाजपा नेता कमल दाधीच को मिली तो उन्होंने 2 घंटे में ही अस्थाई पुल बनवा दिया, जिससे शवयात्रा आराम से निकल पाई.
शवयात्रा में करीब 200 लोग शामिल थे. करीब 125 फीट लंबा यह पुल कंस्ट्रक्शन के लिए काम में आने वाले सामान से बनाया गया.
नगर परिषद की लापरवाही से मीरा की डोली की मूर्तियां टूट-फूट का शिकार
चित्तौड़गढ़ में नगर परिषद की घोर लापरवाही के कारण सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण सवालों के घेरे में आ गया है। लाखों रुपये खर्च कर बनाई गईं मीरा की डोली की मूर्तियां अब टूट-फूट और बदहाली का शिकार हो चुकी हैं।
मूर्तियों के आसपास फैली गंदगी, टूटे हुए कहारों के हाथ और गायब सैनिकों के भाले स्पष्ट रूप से नगर परिषद की नाकामी और लापरवाही को उजागर कर रहे हैं। संरक्षण के नाम पर किए गए प्रयासों का केवल दिखावा किया गया,
जबकि असल में यह सांस्कृतिक धरोहर अब खंडहर में तब्दील हो रही है। यह घटना नगर परिषद की गंभीर लापरवाही को दर्शाती है, जो चित्तौड़गढ़ के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को धूमिल कर रही है।
निजी बसों की मनमानी से यातायात व्यवस्था अस्त-व्यस्त
चित्तौड़गढ़ शहर में यातायात व्यवस्था दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है और इसका मुख्य कारण बन रही हैं निजी बसों की मनमानी। कलेक्ट्री चौराहा, प्रताप नगर, शहरी सब्जी मंडी जैसे प्रमुख चौराहों पर इन बसों का कब्जा हो गया है,
जिससे आम जन की आवाजाही मुश्किल हो गई है। सैकड़ों ऐसी बसें शहर में बिना किसी परमिट और फिटनेस के दौड़ रही हैं। इसके अलावा, स्कूली बसों का भी यात्री बसों के रूप में गलत इस्तेमाल किया जा रहा है,
जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता जा रहा है। रोडवेज की बसों और निजी बसों के बीच कई बार टकराव हो चुका है, जो शहर की यातायात व्यवस्था को और भी अव्यवस्थित बना रहा है। इस सबके बावजूद, परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस की चुप्पी पर सवाल उठने लगे हैं।
बच्चों के अधिकार और विकलांगता पर जयपुर में हुआ विशेष सेमिनार
जयपुर में बच्चों के अधिकार और विकलांगता पर एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें शिक्षा और समाज सेवा से जुड़े कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे । कार्यक्रम में असिस्टेंट प्रोफेसर, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के लीगल एड सचिव और IIHMR की नूतन जैन जैसी प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया।
इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अधिकारों, स्कूलों में उनके लिए जरूरी संसाधनों की उपलब्धता, और विशेष रूप से विकलांग बच्चों के लिए राजस्थान सरकार की योजनाओं पर चर्चा करना था।
कार्यक्रम की एक अहम विशेषता यह थी कि इसमें करीब 10 से 12 बच्चे भी शामिल हुए, जो अब तक सरकारी योजनाओं से बाहर थे। इन बच्चों को मंच पर आकर उनके अधिकारों और योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई और उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने की पहल की गई।