उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के घूरपुर इलाके से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहाँ तीन मुस्लिम युवक, मोहम्मद आलम, आतिफ और मुमताज आलम पर आरोप कि उन्होंने एक 14 वर्षीय हिंदू नाबालिग लड़की को तीन साल तक कैद में रखकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया और जबरन उसका धर्म परिवर्तन करा दिया। पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
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प्रयागराज: अनाथ बच्चों को दिया झांसा, फिर बना लिया गुलाम
प्रयागराज: रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़िता और उसका 10 वर्षीय भाई कुछ साल पहले माता-पिता की मौत के बाद अनाथ हो गए थे। इसी बीच पड़ोसी गाँव उभारी के तीन युवकों ने दोनों को होटल में काम दिलाने का लालच दिया और अपने साथ ले गए।
लेकिन कुछ ही समय में, उन्होंने लड़की को अपने घर में कैद कर लिया और लगातार यौन शोषण करने लगे।
नशीला पदार्थ, मारपीट और बेबसी का अंधेरा
प्रयागराज: लड़की ने पुलिस को बताया कि आरोपित अक्सर उसे नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर देते थे। जब भी वह विरोध करती, उसे बुरी तरह पीटा जाता।
इस दौरान, उसने खुलासा किया कि पाँच अज्ञात लोगों ने भी उसके साथ बलात्कार किया।
तीन साल तक यह यातना जारी रही, और किसी को भनक तक नहीं लगी।
हिंदू से बना दिया मुस्लिम
प्रयागराज: दरिंदों ने केवल उसकी अस्मिता नहीं लूटी, बल्कि उसकी पहचान तक बदल दी। उन्होंने उसका आधार कार्ड बदलवाया, जिसमें धर्म को हिंदू से मुस्लिम कर दिया गया।
लड़की की असल पहचान और अस्तित्व दोनों मिटा दिए गए ताकि वह कभी समाज के सामने सच न बोल सके।
कैद से आज़ादी और न्याय की पहली उम्मीद
प्रयागराज: तीन साल बाद, 7 अक्टूबर 2025 की रात लड़की किसी तरह वहाँ से भाग निकलने में सफल हुई। वह सीधा अपने गाँव पहुँची और रोते हुए पूरी घटना बताई।
गाँववालों ने तुरंत विश्व हिंदू परिषद (VHP) को सूचित किया। संगठन के सदस्यों ने उसे लेकर घूरपुर थाने में पहुँचकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, पांच और आरोपी फरार
प्रयागराज: पुलिस ने विहिप के चिरौंजीलाल की तहरीर पर तीन नामजद आरोपितों — मोहम्मद आलम, आतिफ, मुमताज आलम — और पाँच अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और जबरन धर्म परिवर्तन की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
एसीपी ने बताया कि पीड़िता के छोटे भाई से भी पूछताछ की जाएगी, ताकि पूरे केस की सच्चाई सामने लाई जा सके।