Politics Opinion: हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने जाती जनगणना को लेकर कुछ ऐसा कहा जिससे यही संकेत मिलते हैं कि जल्दी ही मोदी सरकार इसके सम्बंध में कुछ करने जा रही है।
जाति जनगणना को लेकर मोदी सरकार जल्द ही फैसला ले सकती है। गृह मंत्री अंत शाह ने कुछ ऐसा संकेत दिए हैं जिसे दखाई देता है कि मोदी सरकार इस पर जल्द ही कुछ करने के बारे में विचार कर रही है। अमित शाह ने लोकसभा चुनाव के दौरान की गई रैलियों में भी जाति जनगणना कराने से इंकार नहीं किया था। ज्यादातर बीजेपी के नेता भी इसके समर्थन में ही रहे हैं। मंगलवार को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे हुए हैं। इस उपलक्ष्य में उन्होनें एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि जल्द ही 2021 से अटकी जनगणना अब शुरू होगी। इस ही दौरान उन्होनें ये भी कहा कि जाति जनगणना के बारे में मोदी सरकार के फैसले को जनगणना वाले फैसले के साथ ही सार्वजनिक किया जायेगा। अब ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार इस बार विपक्ष की जाति जनगणना वाली मांग पूरी कर सबको अचंभित कर सकती है। लेकिन सवाल ये है कि क्या इस जाती जनगणना का श्रेय मोदी सरकार को जायेगा?
विपक्ष ने जाति जनगणना के मुद्दे को जबरन बड़ा बना दिया
Politics Opinion: जाति जनगणना की मांग करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद जैसे नेता रहे हैं। यूपीए सरकार में इन लोगों ने इसकी मांग की थी जिससे मनमोहन सिंह ने इंकार कर दिया था। कुछ समय बाद यूपीए ने जाति जनगणना करवाई भी लेकिन वो रिपोर्ट कभी सामने ही नहीं आयी।
2024 में हुए लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी ने जाति जनगणना का ऐसा राग अलापना शुरू किया था जैसा कांग्रेस ने पहले कभी नहीं किया। इतना ही नहीं कांग्रेस ने अपने लोकसभा चुनाव के दौरान अपने घोषणापत्र में भी यही लिखा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आयी तो वो जाति जनगणना कराएगी। अब बात करने कि ही चल रही है तो बता दें कि “हेड-काउंट” छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल ने भी कराया था। 2015 में कांग्रेस सरकार के दौरान कर्नाटक में भी जाति जनगणना हो चुकी है, लेकिन इन दोनों ही मामलों की रिपोर्ट आज तक कभी सामने नहीं आयी है।
इस बार हुए लोकसभा चुनावों में बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस ने जाति जनगणना को अपना हथकंडा बना लिया था। कहीं ना कहीं बीजेपी की 2024 में कम सीटों की वजह ये रही भी है। बस तब ही से बीजेपी कांग्रेस के इस हथकंडे का मुंहतोड़ जवाब देने का तरीका ढूंढ रही थी। अब बीजेपी लगता है जाती जनगणना कराकर ही कांग्रेस को इसका जवाब देगी।
बीजेपी नेता भी जाती जनगणना के समर्थन में है
Politics Opinion: बीजेपी ने कभी जाति जनगणना का विरोध नहीं किया है, लेकिन अमित शाह के बयान हमेशा से ऐसे ही संकेत देने वाले रहे हैं जहां ये दिखाई देता है कि आज नहीं तो कल बीजेपी जाति जनगणना जरूर कराएगी। पीएम नरेंद्र मोदी ना कांग्रेस और सभी विपक्षों पर आरोप लगाया था कि ये सत्ता के लिए समाज के जातियों में टुकड़े कर रहे हैं। अमित शाह हमेशा ये कहते आये हैं कि बीजेपी कभी भी जाति जनगणना के विरोध में नहीं थी। और कुछ हद तक ये बात सही भी है क्यूंकि जब बिहार में जाती जंगाना को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से उनका पक्ष पूछा तो उन्होनें इसका विरोध नहीं किया था।
इतना ही नहीं फिर चाहे वो कर्नाटक हो या महाराष्ट्र, बिहार हो या उत्तर प्रदेश सभी राज्यों में बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने जाति जनगणना का समर्थन ही किया है।
NDA गठबंधन की भी यही इच्छा है
Politics Opinion: जाति जनगणना को लेकर NDA सरकार के सभी घटक दल सकारात्मक रुख दिखाते हैं। जेडीयू, लोजपा सभी दल इसके समर्थन में है। वो भी इंडिया गठबंधन के समान ही यही इच्छा रखते है कि देश की जाति जनगणना जरूर होनी चाहिए।
शायद यही कुछ कारण है जिनकी वजह से बीजेपी ने ऑफीशियली कभी जाति जनगणना का विरोध नहीं किया पर विपक्ष खासतौर से कांग्रेस ने जनता के सामने ये नैरेटिव बनाने की कोशिश की, कि बीजेपी जाति जनगणना और जातिगत आरक्षण की विरोधी है। उन्होनें समाज में ऐसा भ्रम पैदा कर दिया कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है तो वो आरक्षण को खत्म कर देगी।
आरएसएस ने भी किया इशारा
कुछ ही दिनों पहले आरएसएस ने भी अपना सकारत्मक रुख दिखाकर बीजेपी को इस संबंध में उनके इरादे से रुख करा दिया था। आरएसएस ने भी जाति जनगणना के समर्थन का संकेत दे दिया था लेकिन साथ ही उन्होनें ये भी कहा था कि इसका इस्तेमाल राजनीतिक तौर पर नहीं होना चाहिए।