Thursday, December 4, 2025

कर्नाटक में गीता का उपदेश देने के बाद PM मोदी आज गोवा में करेंगे 77 फीट ऊंची श्रीराम प्रतिमा का अनावरण, जानिए कार्यक्रम और मूर्ति की खासियत

कर्नाटक: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार, 28 नवंबर 2025 को कर्नाटक और गोवा के महत्वपूर्ण दौरे पर हैं।

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कर्नाटक के उडुपी में उन्होंने श्रीकृष्ण मठ में आयोजित ‘लक्षकंठ गीतापारायण’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

इस कार्यक्रम में राज्यपाल थावरचंद गहलोत, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे।

मोदी ने गीता के उपदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि “शांति और सत्य की स्थापना तभी संभव है जब अन्याय और अत्याचार का अंत हो।”

PM मोदी का संदेश: करुणा के साथ अन्याय के अंत का संकल्प

कर्नाटक: प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तरह श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की भूमि पर धर्म की रक्षा के लिए गीता का संदेश दिया था, उसी प्रकार आज के भारत को भी करुणा और कठोर निर्णय—दोनों का संतुलन बनाकर चलना होगा।

उन्होंने यह भी कहा कि “हम लाल किले से श्रीकृष्ण की करुणा का संदेश देते हैं और वहीं से मिशन सुदर्शन चक्र का भी उद्घोष करते हैं।

देश ने ऑपरेशन सिंदूर में हमारा संकल्प देखा है—हम शांति स्थापित करना भी जानते हैं और उसकी रक्षा करना भी।”

उनके इस संदेश को जनता ने गहरी आध्यात्मिक भावना और राष्ट्रीय शक्ति के प्रतीक के रूप में देखा।

अब गोवा का ऐतिहासिक क्षण: श्रीराम की 77 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण

कर्नाटक में आध्यात्मिक कार्यक्रम के तुरंत बाद प्रधानमंत्री आज गोवा के मठ परिसल में एक ऐतिहासिक अनावरण समारोह में शामिल होंगे। शाम लगभग 3:45 बजे वह भगवान श्रीराम की भव्य प्रतिमा का उद्घाटन करेंगे।

इस अवसर पर गोवा के राज्यपाल अशोक गजपति राजू, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक सहित कई अन्य विशिष्ट अतिथि मौजूद रहेंगे। देशभर के रामभक्तों की निगाहें इस अनावरण पर टिकी हुई हैं।

क्यों खास है यह 77 फीट ऊंची श्रीराम प्रतिमा?

कर्नाटक: यह प्रतिमा कई मायनों में अनोखी और ऐतिहासिक मानी जा रही है:

  • ऊंचाई में भव्य – 77 फीट की ऊंचाई इसे दूर से ही दर्शनीय बनाती है।
  • धातु से निर्मित दिव्य आकृति – प्रतिमा को देश के मशहूर मूर्तिकार राम सुतार ने तैयार किया है।
  • विश्व के रामभक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र – यह प्रतिमा न सिर्फ गोवा का, बल्कि पूरे देश का नया आध्यात्मिक लैंडमार्क बनने जा रही है।
  • सांस्कृतिक पहचान का विस्तार – यह प्रतिमा भारतीय संस्कृति, परंपरा और भगवान राम की मर्यादा का भव्य प्रतीक है।
  • मोदी के इस विशेष दौरे को देश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रीय मूल्यों को नई ऊंचाई देने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
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