पीएम मोदी का बंगाल–असम दौरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 20 दिसंबर 2025 को पश्चिम बंगाल एवं असम के एक द्वि-दिवसीय दौरे पर हैं, जहाँ वें अनेक बड़ी विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
यह दौरा न सिर्फ विकास के आयाम को मजबूत करता है, बल्कि आगामी चुनावी परिपेक्ष्य में भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
पीएम मोदी के इस दौरे का मुख्य उद्देश्य
पीएम मोदी का बंगाल–असम दौरा: प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे के दो मुख्य उद्देश्य है। पहला बंगाल और असम में बुनियादी ढांचे को और मजबूती देना और दूसरा लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी, आर्थिक अवसर और सुविधाएँ प्रदान करना।
केंद्र सरकार के अनुसार, आज और कल किए जाने वाले उद्घाटनों एवं भूमिपूजन से क्षेत्र में सैकड़ों नई नौकरियाँ उत्पन्न होंगी, यातायात सुगमता बढ़ेगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
पश्चिम बंगाल में विकास की सौगात
पीएम मोदी का बंगाल–असम दौरा: पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के नादिया में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस राष्ट्रीय राजमार्ग को बनाने की लागत 3,200 करोड़ रुपये की है।
उन्होंने NH-34 के 66.7 किमी चौड़ेकरण बाराजगुली-कृष्णानगर का उद्घाटन किया और 17.6 किमी बारासात-बाराजगुली सेक्शन के चौड़ेकरण कार्य का नींवपत्थर रखा।
ये परियोजनाएँ कोलकाता और सिलीगुड़ी के बीच कनेक्टिविटी को लगभग दो घंटे तक FAST ट्रैवल समय तक कम करने में सहायता करेंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा है कि बेहतर सड़कों से न केवल लोगों का जीवन सुगम होगा, बल्कि व्यापारी और पर्यटन भी फलेंगे-फूलेंगे।
असम में नए आयाम, एयरपोर्ट से उद्योग तक
पीएम मोदी का बंगाल–असम दौरा: पीएम मोदी असम के गुवाहाटी पहुंचे जहाँ उन्होंने लोकप्रिय गोपीनाथ बारदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया।
इसके बाद उन्होंने नए टर्मिनल के बाहर असम के पहले मुख्यमंत्री गोपीनाथ बोरदोलोई की 80 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया।
बता दें कि यह टर्मिनल लगभग 1.4 लाख वर्ग मीटर में फैला है और 1.3 करोड़ यात्रियों को सालाना क्षमता प्रदान करेगा।
यह टर्मिनल “Bamboo Orchids” थीम पर आधारित है जिसमें असम की जैव विविधता और संस्कृति को प्रतिबिंबित किया गया है।
अत्याधुनिक सुविधाएँ जैसे डिजीयात्रा, फास्ट-ट्रैक इमिग्रेशन और स्वचालित बैगेज हैंडलिंग शामिल हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि यह नया टर्मिनल असम को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जोड़ने वाला एक बड़ा पड़ाव साबित होगा।
पीएम मोदी के संदेश
पीएम मोदी का बंगाल–असम दौरा: पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल की मौजूदा स्थिति को ‘महा जंगल राज’ करार दिया और भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद व तुष्टिकरण की राजनीति के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) की कड़ी आलोचना की।
प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि केंद्र की विकास योजनाओं का उद्देश्य युवाओं और ग्रामीणों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करना है, लेकिन राज्य में ‘कट और कमीशन’ की संस्कृति विकास में बाधा बन रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि TMC घुसपैठियों को बचाने के लिए मतदाता सूची के पुनरीक्षण (SIR) कार्य का विरोध कर रही है।
राज्य की गलियों में गूंज रहे “बंचते चाई, बीजेपी ताई” (जीना चाहते हैं, इसलिए बीजेपी चाहिए) के नारे का जिक्र करते हुए उन्होंने लोगों से परिवर्तन का आह्वान किया।
पीएम मोदी ने अपने असम दौरे के दौरान कहा, “हम देश के हर हिस्से को जोड़ने, विकसित करने और समृद्ध भारत का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बेहतर सड़कें, सुविधाएँ और आधुनिक बुनियादी ढांचा युवाओं को अवसर देंगे और हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे।”
उनके इस दौरे को केंद्र और राज्य सरकार के बीच सहयोग का प्रतीक भी माना जा रहा है, जिससे स्थानीय प्रशासन और नागरिकों दोनों को लाभ मिलेगा।
पीएम मोदी के दौरे का दूसरा दिन
पीएम मोदी का बंगाल–असम दौरा: प्रधानमंत्री 21 दिसंबर को अपने दौरे के दूसरे दिन गुवाहाटी के बोरागांव स्थित शहीद स्मारक क्षेत्र में असम आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
इसके बाद असम के डिब्रूगढ़ में अमोनिया-यूरेआ उर्वरक संयंत्र का भूमि पूजन भी करेंगे। यह परियोजना करीब 10,600 करोड़ रुपये की लागत से विकसित हो रही है।
इसका उद्देश्य उर्वरक की आवश्यकता को देश में पूरा करना, आयात निर्भरता को कम करना, क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाना इस परियोजना को किसानों और कृषि क्षेत्रों के लिए एक बड़ा कदम बताया गया है।
पीएम मोदी का यह दौरा सिर्फ परियोजनाओं का उद्घाटन नहीं है, बल्कि यह समग्र विकास, बेहतर जीवनशैली और भविष्य के अवसरों का संदेश भी है।

