पप्पू यादव का बड़ा बयान: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव ने अपने बेबाक बयानों से एक बार फिर सियासत में हलचल मचा दी है। एबीपी न्यूज़ से बातचीत में उन्होंने कहा कि निर्दलीय सांसद बनना भगवान के बाप की भी औकात नहीं, जिससे साफ झलकता है कि वे अपनी राजनीतिक यात्रा को कितना कठिन मानते हैं।
पप्पू यादव का बड़ा बयान: राहुल गांधी पर सफाई, केंद्र पर हमला
पप्पू यादव का बड़ा बयान: जब पप्पू यादव से पूछा गया कि राहुल गांधी ने तेजस्वी यादव के रोजगार वादे पर क्या कहा, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि “राहुल गांधी ने ऐसी कोई बात नहीं कही.”
इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा —
“जब प्रधानमंत्री मोदी ने 15 लाख रुपये और दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था, बाद में उसे ‘जुमला’ कह दिया गया. अगर वो जुमला था, तो क्या नोटबंदी, जीएसटी, बुलेट ट्रेन और स्टार्टअप जैसे सारे वादे भी जुमले थे?”
पप्पू यादव का बड़ा बयान: तेजस्वी वादा करेंगे तो पूरा करेंगे”
पप्पू यादव का बड़ा बयान: तेजस्वी यादव के नौकरी देने वाले वादे पर पप्पू यादव ने समर्थन जताते हुए कहा कि उन्हें तेजस्वी पर पूरा भरोसा है।
“तेजस्वी ने अगर कोई निर्णय लिया है, तो निश्चित रूप से उसे पूरा करेंगे. उन्होंने मोदी जी की तरह 2 या 3 करोड़ नौकरियों की बात नहीं की. तेजस्वी ने कहा है कि दो से तीन साल में बिहार को नंबर वन बनाया जाएगा और युवाओं को रोजगार दिया जाएगा.”
इस बयान से साफ है कि पप्पू यादव तेजस्वी की नीयत पर भरोसा करते हैं और उन्हें ‘जुमलेबाज़ नेताओं’ की श्रेणी में नहीं रखते।
सियासी हलचल और नए समीकरण
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह बयान दोहरे अर्थ रखता है —
1.केंद्र सरकार पर तीखा हमला, और
2.तेजस्वी यादव के साथ संभावित नज़दीकी का इशारा।
पप्पू यादव का बड़ा बयान: जनता के मुद्दों पर लौटता ध्यान
जहां चुनावी मंचों पर वादों और आरोपों की गूंज तेज़ है, वहीं पप्पू यादव का यह बयान इस बात की याद दिलाता है कि जनता अब सिर्फ़ वादों से नहीं, उनके पूरे होने की उम्मीदों से देख रही है।
उनका यह बयान न सिर्फ़ राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना है, बल्कि इसने बिहार की जनता का ध्यान फिर से रोजगार और विकास जैसे मुद्दों पर केंद्रित कर दिया है।

