Pakistan: LoC पर तैनात जवानों को ईद की बधाई देने के साथ-साथ जनरल मुनीर ने भारतीय सेना पर निशाना साधा।
ISPR (Inter Services Public Relations) के मुताबिक, मुनीर ने हालिया सीमा पर हुई झड़पों का हवाला देते हुए दावा किया कि पाक सेना ने भारत को करारा जवाब दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने सैन्य कार्रवाई में भारत के खिलाफ “जीत” हासिल की है।
फिर अलापा ‘कश्मीर’ का राग
Pakistan: LoC दौरे के दौरान मुनीर ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को उठाया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, कश्मीरियों के “न्यायपूर्ण संघर्ष” का समर्थन करता रहेगा और यह मामला संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और वहां के लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप सुलझना चाहिए।
यह बयान पाकिस्तानी विदेश नीति की उसी पुरानी रणनीति का हिस्सा है जिसमें हर मौके पर कश्मीर का मुद्दा उछाला जाता है।
हर संकट में पाकिस्तान का ‘कश्मीर कार्ड’
Pakistan: यह कोई पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने धार्मिक त्योहार को राजनीतिक रंग दिया हो।
जब भी देश आंतरिक संकट, आर्थिक बदहाली या वैश्विक दबावों से जूझता है, तब वह ध्यान भटकाने के लिए कश्मीर का मुद्दा उछालता है।
भारत का कड़ा रुख, “कश्मीर हमारा था, है और रहेगा”
Pakistan: भारत ने एक बार फिर दोहराया है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न और अविभाज्य हिस्से हैं।
भारत की स्पष्ट नीति है कि पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।
अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत के पक्ष को ज्यादा समर्थन मिल रहा है जबकि पाकिस्तान के दावे दरकिनार किए जा रहे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने दिया करारा जवाब
Pakistan: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी।
इसके जवाब में भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और PoK में मौजूद आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की।
यह ऑपरेशन चार दिन चला, जिसमें सर्जिकल स्ट्राइक जैसे हमले शामिल थे।
इसके बाद 10 मई को DGMO स्तर पर बातचीत हुई और तनाव कम करने पर सहमति बनी।
बयानबाजी से नहीं मिलेगा समाधान
Pakistan: पाकिस्तान बार-बार कश्मीर का मुद्दा उछालकर न सिर्फ खुद को बेनकाब कर रहा है, बल्कि क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहा है।
भारत ने बार-बार यह दिखाया है कि वह सुरक्षा, संप्रभुता और अखंडता के मुद्दों पर कोई समझौता नहीं करेगा।
जनरल मुनीर को भी अब बयानबाजी छोड़ वास्तविक समाधान और क्षेत्रीय शांति की दिशा के बारे में सोचना चाहिए।