BJP government of Odisha fulfilled a promise: ओडिशा में प्रचंड जीत हासिल कर पहली बार सत्ता में आई भाजपा की माझी सरकार ने पहले ही दिन से जनता से किए वादे पूरे करने शुरू कर दिए। 12 जून को प्रदेश के सीएम पद की शपथ ग्रहण करने के बाद मोहन शरण माझी ने दूसरे ही दिन 13 जून को जगन्नाथ पुरी के चारों द्वार खोलने का ऐलान कर पहला वादा पूरा कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, इस मामले पर फैसला भाजपा सरकार ने पहली कैबिनेट मीटिंग के बाद ले लिया था। ये बैठक मोहन माझी के बतौर ओडिशा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लिए जाने के बाद 12 जून की शाम हुई थी।
मंदिर विकास के लिए देंगे 500 करोड़
भाजपा सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग में मंदिर के चारों गेट खोलने का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे कैबिनेट ने पास कर दिया और अब पुरी के चारों द्वार खोले जा चुके हैं। सीएम मोहन माझी ने जगन्नाथ मंदिर के सभी गेट खोलने जाने के फैसले की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कैबिनेट में मंदिर के विकास और अन्य कामों के लिए फंड देने का प्रस्ताव रखा गया है। अगले बजट में मंदिर के विकास के लिए 500 करोड़ रुपए का फंड आवंटित करेंगे।
पहले ही दिन फैसला किया लागू
मुख्यमंत्री मोहन माझी ने बताया कि पहले ही दिन सुबह साढ़े 6 बजे फैसला मंदिर में लागू किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कैबिनेट में मंदिर के विकास और अन्य कामों के लिए फंड देने का प्रस्ताव रखा गया है। सीएम ने कहा है कि प्रबंधन समिति की आपात बैठक में मंदिर को लेकर यह निर्णय हुआ। पुलिस विभाग को नियमित निगरानी की व्यवस्था करने का निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। माझी ने लिखा है कि पुरी मंदिर के 4 दरवाजे पर जूता और मोबाइल स्टैंड बनाया जाएगा।
भाजपा ने चुनाव के दौरान किया था वादा
बता दें कि चुनाव के दौरान भाजपा ने जनता से जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वारा खोलने का वादा किया था, जो सरकार बनते ही पूरा हो गया है। बीजद सरकार ने कोरोना के बाद से इस द्वार को बंद करवा रखा था। बाद में अलग-अलग बहाने देकर वह इसे टालते रहे। हालाँकि भाजपा सरकार ने पहली बैठक में इस पर सुनवाई की और हिंदू श्रद्धालुओं को खुशखबरी दी।