ऐसा पहली बार हो रहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने के निये गठबंधन का सहारा लेना पड़ा लेकिन मोदी हमेशा से ही गठबंधन को एक साथ लेकर चलने में सफल रहे हैं। भाजपा नेता ने हाल ही में ये बताया कि इतिहास में कई बार नरेंद्र मोदी ने एनडीए गठबंधन को मजबूत करने में एहम कड़ी रहे हैं।
7 मार्च को हुई NDA अलायन्स की बैठक में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल की सहमती से प्रधानमंत्री के तौर पर चुन लिया गया है। नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ ग्रहण करने जा रहे हैं। इस बार बीजेपी को 2014 और 2019 की तरह बहुमत नहीं मिली है लेकिन सरकार बनाने के लिए भाजपा को TDP और JDU का सहारा लेना पड़ा है।
मोदी सरकार का तीसरा Version काफी रोमांचक रहने वाला हैं और इस समय बड़ा सबसे बड़ा सवाल ये है कि NDA से जुड़े सभी घटक दलों को साथ लेकर मोदी के लिए सरकार चलाना कितना मुश्किल होगा
गठबंधन दलों के सहारे मजबूती से चलेगी सरकार: भाजपा नेता
जब भाजपा के एक नेता से इस से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होनें इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भले ही प्रधानमंत्री के तौर पर ऐसी पहली बार होने जा रहा है कि नरेंद्री मोदी को एनडीए में शामिल पार्टियों को साथ लेकर ही सरकार चलानी होगी, लेकिन इससे पहले भी वो कई बार वो कई बार ये साबित कर चुके हैं वो सभी घटक दलों को बांधकर मेलजोल रखने में सक्षम है।
मोदी गठबंधन को कैसे साथ लेकर चलना है ये बखूबी जानते हैं : भाजपा नेता
पार्टी के के नेता ने सन् 1990 वाले जामने को याद करते हुए कहा कि जब वो यानि हमारे माननीय नरेंद्र मोदी भाजपा में महासचिव के तौर पर काम कर रहे थो तो उस दौरान वो उत्तर भारत के कई राज्यों में एनडीए की सरकार बनाने में एक मजतवपूर्ण कड़ी रहे। 1997 में पंजाब में भाजपा ने शिरोमणि अकाली दल के साथ मिलकर भी सरकार बनाई थी। उसी तरह हरियाणा में बंसी लाल और ओम प्रकाश चौटाला के दलों के साथ मिलकर भाजपा ने सरकार चलाई और अपना कार्य भी पूरा किया। वहीं, नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के साथ भी काम किया, जिसके चलते एनसीपी ने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार चलाने में मदद की।
अटल जी की गठबंधन वाली सरकार में मोदी अहम कड़ी
अटल जी की सरकार के दौरान नरेंद्र मोदी ने पार्टी महासचिव की भूमिका निभाते हुए नीतीश कुमार, ए जॉर्ज फर्नांडिस, शरद यादव, जयललिता, ममता बनर्जी और बालासाहेब ठाकरे जैसे सहयोगियों को भाजपा के साथ जोड़े रखा जो अपने आप में एक बहुत बड़ी बात है। 1989 के दौरान गुजरात में जनता दल और भाजपा गठबंधन ने मिलकर चुनाव लड़ा और 26 में से 23 सीटों पर जीत दर्ज की।
कामकाज के बीच मोदी किसी को नहीं आने देते
भाजपा नेता ने आगे ये भी बताया कि आपातकाल के दौरान मोदी ने कई दलों के साथ बैठक की जिसका फायदा उन्हें हमेशा से मिलता रहा है। जम्मू कश्मीर में जब भाजपा-पीडीपी को एक साथ लाने की जब बात आयी तब भी मोदी उन्हें एक धागे में बांधने में अहम भूमिका निभाई।
अब इनमें सबसे दिलचस्प बात आप जो देखेंगे वो ये है की टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कई बार मोदी के खिलाफ कई बातें कही हैं, लेकिन उन्होनें कभी इन बातों का असर पार्टी के कामकाज पर नहीं पड़ने दिया। और एक बार फिर वो गठबंधन के साथ मिलकर बखूबी सरकार चलाएंगे और जनता की हित के लिए काम करेंगे।
ये भी पढ़ें : Promises: कांग्रेस मुख्यालय पर कतारें, AAP नेताओं को घेरा,; चुनाव में वादे कर फंसे इंडी गठबंधन के दल