Tuesday, July 1, 2025

MS DHONI: “कैप्टन कूल” अब सिर्फ एक निकनेम नहीं, बल्कि महेंद्र सिंह धोनी का ट्रेडमार्क बना !

MS DHONI: भारतीय क्रिकेट के सबसे शांत और चतुर कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी अब “कैप्टन कूल” नाम को कानूनी रूप से अपने अधिकार में लेने के बेहद करीब हैं।

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ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में एक अहम मोड़ तब आया, जब रजिस्ट्रार ने यह स्वीकार कर लिया कि यह नाम केवल एक आम शब्द नहीं, बल्कि धोनी की छवि, ब्रांड और व्यक्तित्व का अभिन्न हिस्सा है।

MS DHONI: क्या है पूरा मामला?

MS DHONI: हाल ही में धोनी ने “कैप्टन कूल” नाम के लिए ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन की अर्जी दी थी। यह ट्रेडमार्क क्लास 41 के अंतर्गत रजिस्टर करवाया गया है, जो खेल प्रशिक्षण, कोचिंग सुविधाएं और स्पोर्ट्स ट्रेनिंग सेवाओं से संबंधित है।

धोनी के इस कदम का उद्देश्य न सिर्फ उनकी ब्रांड वैल्यू को कानूनी सुरक्षा देना है, बल्कि उनके नाम और पहचान को किसी भी व्यावसायिक दुरुपयोग से बचाना भी है।

MS DHONI: पहले से मौजूद ट्रेडमार्क पर आपत्ति और धोनी की दलील

MS DHONI: “कैप्टन कूल” नाम पर पहले से एक ट्रेडमार्क मौजूद था, जिसके चलते धोनी के आवेदन पर ट्रेडमार्क एक्ट की धारा 11(1)(b) के तहत आपत्ति दर्ज की गई थी।

रजिस्ट्री का प्रारंभिक मत यह था कि दो एक जैसे नाम आम जनता में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकते हैं। लेकिन धोनी की ओर से पेश की गई दलीलें इस पूरे विवाद का रुख बदलने में कामयाब रहीं।

धोनी की लीगल काउंसल मानसी अग्रवाल ने ट्रेडमार्क रजिस्ट्री के समक्ष यह तथ्य रखा कि “कैप्टन कूल” नाम पिछले कई वर्षों से धोनी की पहचान का हिस्सा रहा है।

मीडिया, प्रशंसकों और क्रिकेट जगत में यह नाम उनके शांत स्वभाव, रणनीतिक सोच और निर्णायक फैसलों के लिए गूंजता रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह नाम एक उपनाम से कहीं बढ़कर है — यह अब धोनी की व्यावसायिक पहचान बन चुका है।

MS DHONI: रजिस्ट्री ने दी मंजूरी

MS DHONI: इन दलीलों के समर्थन में रजिस्ट्री ने इस बात को स्वीकार किया कि “कैप्टन कूल” अब केवल एक सामान्य शब्द नहीं रह गया है।

यह धोनी की व्यक्तिगत ब्रांडिंग, उनके व्यक्तित्व और सार्वजनिक छवि से इतना गहराई से जुड़ा हुआ है कि इससे जुड़े किसी अन्य उत्पाद या सेवा से लोगों में कोई भ्रम नहीं पैदा होगा।

क्यों है यह फैसला अहम?

MS DHONI: यह मामला भारतीय ट्रेडमार्क कानून के लिहाज से एक महत्वपूर्ण उदाहरण बनकर उभरा है। यह दिखाता है कि कोई व्यक्ति विशेष — खासतौर पर सेलिब्रिटी या खिलाड़ी — अपनी लोकप्रिय छवि को एक ब्रांड के रूप में स्थापित कर कानूनी सुरक्षा हासिल कर सकता है।

यहां तक कि पहले से मौजूद किसी समान ट्रेडमार्क के बावजूद, यदि व्यक्ति की पहचान व्यापक, विशिष्ट और स्पष्ट रूप से स्थापित हो, तो ट्रेडमार्क अधिनियम में उसके पक्ष में निर्णय संभव है।

धोनी की कानूनी टीम का कहना है कि यह फैसला आने वाले समय में अन्य खिलाड़ियों, कलाकारों और सार्वजनिक व्यक्तित्वों के लिए एक मिसाल पेश करेगा, जो अपनी छवि को कमर्शियल ब्रांड के रूप में सुरक्षित करना चाहते हैं।

MS DHONI: धोनी और “कैप्टन कूल” की कहानी

महेंद्र सिंह धोनी, भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तानों में गिने जाते हैं। विश्व कप विजेता कप्तान धोनी को उनके शांत स्वभाव और संकट के समय सूझबूझ भरे फैसलों के लिए “कैप्टन कूल” कहा जाता है।

MS DHONI: विकेट के पीछे उनका संयम और मैदान पर उनकी रणनीतियां अक्सर विरोधी टीमों की रणनीति को ध्वस्त कर देती थीं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बावजूद धोनी आज भी आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ मैदान में सक्रिय हैं।

अब जब “कैप्टन कूल” नाम कानूनी रूप से उनके अधिकार में आने वाला है, यह न केवल उनकी विरासत को सुरक्षित करेगा, बल्कि उनके ब्रांड को और भी मजबूत बनाएगा। यह कदम भारतीय खेल और व्यापार जगत के संगम में एक नई दिशा की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।

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