राजस्थान के नीमकाथाना के एक गांव से एक बहुत ही खौफनाक मामला सामने आया है, जहाँ एक कलयुगी माँ ने अपने 19 दिन के मासूम की जान ले ली । दरअसल, नवजात रात में अपनी माँ,बुआ और दादी के साथ सोया था। ढाई बजे के करीब जब दादी की आंख खुली तो बच्चे को आस पास न पाकर वो घबराकर उठी। इसके बाद उन्होंने माँ के साथ-साथ सभी को उठाया। इसके बाद पुरे परिवार ने मिल कर बच्चे को ढूंढ़ना शुरू किया। काफी देर ढूंढ़ने के बाद बच्चे का शव पानी की टंकी में मिला।
माँ ने ले ली जान
जब इस घटना की खबर पुलिस को दी गयी तब उसने फ़ौरन अपनी इन्वेस्टीगेशन शुरू कर दी। इस मामले की इन्वेस्टीगेशन में जो सामने आया उसको देखकर तो सबके होश ही उड़ गए। क्योकि बच्चे को पानी की टंकी में डालने वाली कोई और नहीं बल्कि उसकी सगी माँ ही थी।जब से बचा लापता हुआ तब से महिला बार बार होने का नाटक कर रही थी, उसके हाव भाव से पुलिस को शक तो पहले ही हो गया था। फिर डॉग स्क्वार्ड भी बार-बार महिला की तरफ ही इशारा कर रहा था। पर मामला तब साफ हुआ जब महिला के ससुर यानि बचे के दादा ने बताया की रात में बच्चा न मिलने पर उसे पानी की टंकी में ढूंढ़ने का सुझाव उसकी माँ ने ही दिया था। और बच्चे का शव वही मिला। इन सभी सबूतों के बाद जब पुलिस ने महिला से सकती से पूछताछ की, तब उसने बताया की रात में उसे एक सपना आया था जिसमे एक महिला सफ़ेद साड़ी पहने उससे कह रही थी की इस अचे की वजह से घर का बुरा वक़्त शुरू हो जायेगा। घर का अनिष्ट हो जायेगा। इसी बात से डर कर जब उसकी नींद खुली तब उसने बचे को लेजाकर टंकी में दाल दिया और फिर वापस आ कर चुप-चाप लेट गयी।
शादी के आठ साल बाद हुआ था बेटा
बता दे की महिला की शादी को आठ साल हो चुके थे। मगर उसके घर किलकारी नहीं गुंजी थी। जिस वजह से उसने कई जगह मन्नत भी मांगी थी। इतने सालो बाद घर में बेटे के पैदा होने से सभी खुश थे मगर अन्धविश्वास के चलते औरत ने अपने ही अपने ही बच्चे को मौत के घाट उतर दिया।