Monsoon Session Assembly: 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद देशभर में गुस्सा फैल गया था।
इसके जवाब में भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।
अब यह मुद्दा संसद के मानसून सत्र में गरमाने जा रहा है।
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कब और कहां होगी चर्चा?
Monsoon Session Assembly: सरकार ने अब विपक्ष की मांग मानते हुए पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए दिन तय कर दिए हैं।
- लोकसभा: 28 जुलाई
- राज्यसभा: 29 जुलाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 जुलाई को राज्यसभा में स्वयं बयान देंगे और सेना की कार्रवाई की जानकारी साझा करेंगे।
विपक्ष कर रहा था विशेष सत्र की मांग
Monsoon Session Assembly: कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल लगातार इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से जवाब मांग रहे थे।
उनका कहना था कि जब देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है, तो सरकार को संसद में पारदर्शिता दिखानी चाहिए।
कांग्रेस ने तो इस मुद्दे को लेकर विशेष सत्र बुलाने तक की मांग कर दी थी।
पीएम मोदी की यूके यात्रा बनी चर्चा में देरी की वजह
Monsoon Session Assembly: प्रधानमंत्री 23 और 24 जुलाई को लंदन दौरे पर हैं।
इस वजह से चर्चा की तारीख को आगे बढ़ाना पड़ा।
इस दौरान मोदी-स्टार्मर वार्ता में भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर की संभावना है।
विपक्ष ने इस वजह से चर्चा में देरी पर सवाल भी खड़े किए हैं।
संसद में 25 घंटे की चर्चा का प्लान
Monsoon Session Assembly: बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की बैठक में तय हुआ कि मानसून सत्र में इस मुद्दे पर कुल 25 घंटे चर्चा होगी।
- लोकसभा में 16 घंटे
- राज्यसभा में 9 घंटे
- इस दौरान सरकार और विपक्ष दोनों को अपनी बात रखने का अवसर मिलेगा।
विपक्ष का आरोप, विदेश दौरे को दी प्राथमिकता
Monsoon Session Assembly: कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दे की बजाय विदेश दौरे को प्राथमिकता दी।
हालांकि, सरकार ने जवाब में कहा कि चर्चा टालने का सवाल ही नहीं है, बल्कि प्रधानमंत्री खुद सदन में जवाब देने आ रहे हैं।