Wednesday, December 4, 2024

Mo Yunus: बांग्लादेश के हर कदम पर अब भारत की नजर, ट्रम्प की वापसी से पहले क्या करेगी बांग्लादेश की अंतरिम सरकार?

Mo Yunus: बांग्लादेश में हिन्दुओं की हालत बद से बदतर होती जा रही है। इस ही के चलते बांग्लादेश और भारत के रिश्ते में खटास आती जा रही है। अब हाल ही में बांग्लादेश ने एक और भारत विरोधी कदम उठाया है। ढाका HC ने 2004 के ग्रेनेड हमले में तारिक रहमान, पूर्व मंत्री लुत्फोज्जमां बाबर को रिहाह कर दिया है।

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तख्तापलट तो बांग्लादेश में हुआ लेकिन इसके कारण भारत और बांग्लादेश के रिश्ते ख़राब हो गए हैं। अब हाल ही में ढाका हाईकोर्ट ने 2004 के ग्रेनेड हमले में बीएनपी के पूर्व मंत्री लुत्फोज्जमां बाबर, कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान और अन्य को रिहाह करने का निर्णय लिया है। अब उनके इस भारत विरोधी निर्णय से दोनों देशों के बीच रिश्ता और ज्यादा बिगड़ सकता है।

Mo Yunus: अब भारत बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के हर कदम पर नजर बनाये हुए हैं। अब ऐसे में सवाल ये है कि बांग्लादेश सरकार, ट्रम्प के सत्ता में आने से पहले कुछ बड़ा कदम उठाएगी या नहीं। आपको बता दें कि बांग्लादेश जिन को बरी कर रही है उन पर कट्टरपंथियों आतंकवादियों सुरक्षा देने के आरोप लगे हैं।

बाबर पर लगे हैं आतंकवादियों को सुरक्षा देने के आरोप

Mo Yunus: बाबर 2004 में कट्टरपंथी संगठन बीएनपी-जमात कार्यकाल में गृह मंत्री थे। इस दौरान चटगांव बंदरगाह के रूट से से हथियारों से भरे 10 ट्रकों की तस्करी करने का प्रयास किया गया था। इन हथियारों की तस्करी उल्फा और बाकी पूर्वोत्तर विद्रोही समूहों के लिए की जा रही थी। बाबर पर आतंकवादी कट्टरपंथियों को सुरक्षा देने के भी आरोप लगे हाँ। सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस मामले में रेहमान को भी बरी किया जा सकता है।

फिलहाल तारिक रहमान ब्रिटेन में जेल की हवा खा रहा है। रेहमान पर आरोप है कि उसने बाबर के साथ मिलकर पूर्वोत्तर के भारत विरोधी विद्रोही समूहों को बांग्लादेश में काम करने के लिए उकसाया था।

वापस ढ़ाका लौट सकते हैं रेहमान, लड़ सकते हैं संसदीय चुनाव

Mo Yunus: सूत्रों के हवाले से खबर है कि तारिक रहमान फिर से ढाका वापस आना चाहते हैं, ताकि वो बांग्लादेश में आगामी संसदीय चुनाव में हिस्सा ले सकते। लेकिन चुनावों में देरी होने से बीएनपी को नुकसान झेलना पद सकता है। कहा जा रहा है कि मुहम्मद यूनुस सरकार अवामी लीग और बीएनपी को सत्ता की दौड़ से बाहर निकालने की फिराक में है। इसके लिए वो किसी तीसरी पार्टी को बढ़ावा दे रहे हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि, इसमें इस्लामिस्ट भी शामिल हो सकते हैं।

भारत, बांग्लादेश के खिलाफ जल्द ले सकता है एक्शन

इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार, भारत यूनुस सरकार की तरफ से भारत के खिलाफ उठाये क़दमों पर नजर बनाये है। इसके अलावा भारत बांग्लादेश के खिलाफ जल्द ही एक्शन मोड में आ सकता है। भारत-बांग्लादेश मामलों के विशेषज्ञों के अनुसार, यूनुस शासन डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले भारत के खिलाफ कड़ा रुख अपना सकता है क्योंकि इसके बाद ढाका के लिए वाशिंगटन का सपोर्ट खत्म होने की संभावना है।

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