मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में अवैध धर्मांतरण से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है।
देहात कोतवाली पुलिस ने खरहरा गांव में बने एक चर्च पर छापा मारकर ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया, जो लंबे समय से गरीब और जरूरतमंद हिंदू परिवारों को निशाना बना रहा था।
इस कार्रवाई में चर्च के पादरी भोलानाथ पटेल और उसकी पत्नी माया पटेल समेत कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
ऐसा बताया जा रहा है कि अब तक 2 हजार से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण कराया जा चुका है।
मिर्जापुर: छापेमारी में चर्च के अंदर करीब 30 से 40 लोग मौजूद
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी लोगों को आर्थिक मदद, बच्चों की पढ़ाई और इलाज जैसी सुविधाओं का लालच देकर चर्च बुलाते थे।
वहां प्रार्थना सभा के नाम पर उन्हें धर्म बदलने के लिए मानसिक दबाव में लिया जाता था। छापेमारी के वक्त चर्च के अंदर करीब 30 से 40 लोग मौजूद थे, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
धर्म परिवर्तन की शर्त
यह मामला तब उजागर हुआ जब कुरकुठिया गांव के निवासी आनंद दुबे ने 14 दिसंबर 2025 को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
आनंद के अनुसार, पादरी ने उन्हें बेहतर जीवन का सपना दिखाया, लेकिन चर्च पहुंचते ही धर्म परिवर्तन की शर्त सामने रख दी गई।
स्थिति समझते ही वे किसी तरह वहां से निकलने में सफल रहे और सीधे पुलिस तक पहुंचे।
चार बाइबल, कई कॉपी-किताबें बरामद
शिकायत के बाद 15 दिसंबर को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की। तलाशी के दौरान पुलिस को चार बाइबल, कई कॉपी-किताबें, 4 मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
इन मोबाइल फोन के जरिए लोगों से संपर्क कर उन्हें चर्च बुलाया जाता था। एक महिला

