Manipur: मणिपुर की इंफाल घाटी में दो दिन से जारी कर्फ्यू और इंटरनेट बंदी के बावजूद हिंसा का दौर थम नहीं रहा है। असम के कछार में बराक नदी से अपहरण किये गए दो मैतई युवक के शव मिलने के बाद जिरीबाम में लोग फिर आक्रोशित हो गए। उन्होंने देर रात जिरीबाम में गाड़ियों में आग लगा दी है। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सुरक्षा बलों को फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें एक 20 वर्षीय प्रदर्शनकारी की मौत हो गई।
Manipur: इंटरनेट दो दिनों के लिए बंद
इसके बाद सुरक्षा बलों और उग्र भीड़ के बीच जमकर बवाल हुआ। इसके बाद 7 जिलों में इंटरनेट दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। इंफाल घाटी में सभी 5 जिलों के स्कूल-कॉलेज दो दिन बंद रखने का आदेश दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय लगातार मणिपुर के सुरक्षा हालातों की समीक्षा कर रहा है। इस घटना के बाद उग्र भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच जमकर झड़प हुई, जिससे हालात और तनावपूर्ण हो गए। साथ ही इंफाल घाटी के पांच जिलों में स्कूल और कॉलेज भी बंद रखने का आदेश दिया गया है। मणिपुर में हिंसा और तनाव के चलते पिछले दो दिनों से कर्फ्यू लगा हुआ है। राज्य के कई सरकारी दफ्तरों में ताले जड़ दिए गए हैं, क्योंकि प्रदर्शनकारी सरकारी संपत्तियों और कार्यालयों को भी निशाना बना रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सेना कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
Manipur: केंद्र सरकार रख रही निगाह
केंद्रीय गृह मंत्रालय स्थिति की गंभीरता को देखते हुए लगातार मणिपुर के हालात की समीक्षा कर रहा है। राज्य में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। बावजूद इसके, मैतई और कुकी समुदायों के बीच बढ़ते तनाव और गहरे विभाजन को देखते हुए स्थिति का समाधान तुरंत निकलता नहीं दिख रहा है। मणिपुर की यह स्थिति राज्य में गहराते जातीय और सामुदायिक संघर्ष का प्रतीक है। हिंसा को रोकने और शांति स्थापित करने के लिए सरकार को दोनों पक्षों के बीच संवाद स्थापित करना होगा। इसके साथ ही, एक दीर्घकालिक समाधान निकालने के लिए सख्त कानून-व्यवस्था और समावेशी नीतियों की आवश्यकता है।