Loan Guarantor: अक्सर दोस्तों या रिश्तेदारों की मदद के लिए हम बिना सोचे-समझे उनके लिए लोन गारंटर बन जाते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि लोन न चुकाने पर सबसे पहले गारंटर को ही नोटिस भेजा जाता है?
यानी कि यदि उधार लेने वाला किश्तें नहीं चुका पाया, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी आपके सिर पर आ जाती है।
Table of Contents
बिगड़ सकता है आपका क्रेडिट स्कोर
अगर लोन लेने वाला व्यक्ति डिफॉल्ट करता है, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर सीधा प्रभावित होता है।
इससे भविष्य में लोन लेने में परेशानी हो सकती है या फिर ज्यादा ब्याज दर चुकानी पड़ सकती है।
इसलिए गारंटर बनने से पहले यह सुनिश्चित करें कि सामने वाला व्यक्ति जिम्मेदार है और समय पर भुगतान करने में सक्षम है।
गारंटी देने का मतलब, जिम्मेदारी निभाना
Loan Guarantor: गारंटर बनने का मतलब सिर्फ एक हस्ताक्षर नहीं, बल्कि पूरी वित्तीय जिम्मेदारी है।
बैंक इस लोन को आपकी कुल क्रेडिट लिमिट में जोड़ देता है।
यदि लोन लेने वाला दिवालिया घोषित हो जाता है, तो उसकी बकाया राशि ब्याज सहित गारंटर से वसूली जा सकती है।
गारंटर बनने के बाद उससे पीछे हटना भी आसान नहीं होता।
गारंटर बनने के फायदे भी हैं, लेकिन शर्तों के साथ
Loan Guarantor: अगर आप किसी भरोसेमंद व्यक्ति के लिए गारंटर बनते हैं और वह समय पर लोन चुका देता है, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर भी सुधर सकता है।
साथ ही, आपने किसी अपने की मुश्किल घड़ी में मदद की होती है।
लेकिन यह कदम उठाने से पहले किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें और अपने क्रेडिट स्कोर पर नियमित निगरानी रखें।