Kunal Kamra Controversy: शिवसेना ने हाल ही में कुनाल कामरा के स्टूडियो में तोड़फोड़ कर दी है। पार्टी ने ये तोड़फोड़ तब की जब कुनाल कामरा ने “एकनाथ शिंदे” को लेकर विवादित स्टेटमेंट दिया। वो डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को गद्दार कहते नजर आ रहे हैं। उनका ये तंज 2022 में शिवसेना से अलग होने और बीजेपी के साथ जाने के संदर्भ में था।
Kunal Kamra Controversy: इसके बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के हेबिटेट कॉमेडी क्लब को तोड़ दिया, जहां ये शो रिकॉर्ड हुआ था, और कुणाल के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई। महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इसकी निंदा की और कहा कि कुणाल को माफी मांगनी चाहिए, जबकि डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि बोलने की आजादी है, लेकिन कानून के दायरे में रहना चाहिए।
लेकिन ये पहली बार नहीं है जब शिवसेना ने तोड़फोड़ की है। वो इससे भी कई बार ऐसा कर चुकी है। पिछले कुछ दशकों में इस संगठन के कार्यकर्ताओं ने कई बार व्यक्तिगत विरोधियों, आलोचकों और अपने विचारों से असहमत लोगों को निशाना बनाकर उनकी संपत्ति में तोड़फोड़ की है। आइये आज आपको वो 8 घटनाएं बताते हैं जहां शिवसेना ने तोड़फोड़ की है।
2007 में पत्रकार निखिल वागले के ऑफिस पर हमला
Kunal Kamra Controversy: यह घटना मुंबई में हुई, जब वागले ‘महानगर’ नामक समाचार पत्र के संपादक थे। हमले का कारण वागले द्वारा शिवसेना और इसके नेतृत्व, खासकर बाल ठाकरे, की लगातार आलोचना करना था। शिवसेना समर्थकों ने उनके ऑफिस में तोड़फोड़ की और उन पर हमला किया, जिसके बाद इस घटना ने काफी सुर्खियाँ बटोरीं। वागले ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया था। यह पहली बार नहीं था जब वागले शिवसेना के निशाने पर आए थे; उनकी आलोचनात्मक लेखनी के चलते उन पर पहले भी हमले हो चुके थे।
2009 में अबु आज़मी के खिलाफ हिंसा
नवंबर 2009 में समाजवादी पार्टी के नेता अबु आज़मी ने महाराष्ट्र विधानसभा में हिंदी में शपथ लेने की कोशिश की। इससे भड़के शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उनके विधायक कार्यालय में तोड़फोड़ की और उन्हें धमकियां दीं। यह हमला उनकी कथित मराठी विरोधी छवि के खिलाफ किया गया था।
1998 में फिल्म ‘फायर’ के समर्थन पर शिवसेना ने दिलीप कुमार के घर किया था प्रदर्शन
Kunal Kamra Controversy: 1998 में दीपा मेहता की फिल्म ‘फायर’ के खिलाफ शिवसेना ने हिंसक विरोध किया और इसे बैन करने की मांग की। जब दिलीप कुमार ने निर्देशक दीपा मेहता के साथ मिलकर बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की, तो शिवसेना ने उनके घर के बाहर प्रदर्शन किया और अभद्र नारेबाजी की। हालांकि, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म को बिना किसी कट के रिलीज़ करने की अनुमति दी।
2015 में बीसीसीआई मुख्यालय में हंगामा
Kunal Kamra Controversy: अक्टूबर 2015 में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट सीरीज़ को लेकर बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर से मुलाकात की कोशिश के दौरान शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के बीसीसीआई कार्यालय में तोड़फोड़ की और काली स्याही फेंकी।
2017 में गुरमेहर कौर के समर्थकों पर हमला
दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा गुरमेहर कौर के युद्ध विरोधी पोस्ट डालने पर शिवसेना ने महाराष्ट्र में उनके समर्थकों के ऑफिस में तोड़फोड़ की और धमकियाँ दीं।
2020 में कंगना रनौत का ऑफिस ध्वस्त
सितंबर 2020 में अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई स्थित ऑफिस के कुछ हिस्सों को शिवसेना-नियंत्रित BMC ने अवैध निर्माण के नाम पर तोड़ दिया। यह कार्रवाई कंगना और शिवसेना नेता संजय राउत के बीच तीखे विवाद के बाद हुई, जिसमें कंगना ने मुंबई को “PoK” कहा था। कोर्ट ने बाद में इसे गलत ठहराया।
2022: मंगेश कुडलकर के कार्यालय में तोड़फोड़
Kunal Kamra Controversy: जून 2022 में एकनाथ शिंदे की बगावत के दौरान शिवसेना (UBT) कार्यकर्ताओं ने बागी विधायक मंगेश कुडलकर के चेंबूर स्थित कार्यालय में तोड़फोड़ की। यह हमला उनकी निष्ठा बदलने के खिलाफ था।