Kashmir Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की तीखी निंदा की है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और यहां की जनता आतंकवाद के साथ कभी खड़ी नहीं रही। फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “ना हम कभी पाकिस्तानी थे, ना हैं और ना होंगे। हम भारत का मुकुट हैं।”
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महबूबा मुफ्ती के बयान पर जवाब देने से किया इनकार
Kashmir Pahalgam Attack: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वह हर बात का जवाब देना उचित नहीं समझते। उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि ऐसी बातें न करें। हम आतंकवाद के खिलाफ हैं और हमेशा रहेंगे। ऐसे बयानों से माहौल और बिगड़ सकता है।”
आतंकी हमले के पीड़ितों के लिए भावुक हुए फारूक
Kashmir Pahalgam Attack: फारूक अब्दुल्ला ने हमले में मारे गए एक नवविवाहित व्यक्ति की पत्नी के दर्द को साझा करते हुए भावुक अंदाज में कहा, “हम भी उतने ही दुखी हैं जितना आप हैं। वह दुल्हन जिसके पति की मौत हुई, उसके आंसू हमारे भी हैं। यह सोचकर रातभर नींद नहीं आई कि ऐसे दरिंदे आज भी जिंदा हैं जो इंसानियत का कत्ल करते हैं।”
आतंकियों को सीधी चेतावनी, कुर्बानियां जाएंगी नहीं व्यर्थ
Kashmir Pahalgam Attack: अब्दुल्ला ने आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग सोचते हैं कि हमले करके जीत जाएंगे, उन्हें जान लेना चाहिए कि वे कभी सफल नहीं होंगे। “हमारे लोग और देश इसका जवाब देंगे। यह देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। ये कुर्बानियां बेकार नहीं जाएंगी,” उन्होंने दोटूक शब्दों में कहा।
पर्यटकों से की मुलाकात, दिया साहस का संदेश
Kashmir Pahalgam Attack: हमले के बाद फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम पहुंचकर पर्यटकों से मुलाकात की और उन्हें आश्वस्त किया। उन्होंने कहा, “पर्यटक डरे नहीं हैं। आतंक फैलाने वालों को जवाब मिल चुका है। डर का माहौल बनाने वाले हार गए हैं। यह हमारे साहस की जीत है।”
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अब कश्मीर की जनता आतंकवाद नहीं, बल्कि विकास चाहती है। “हम 35 साल से आतंकवाद देख रहे हैं। अब समय है आगे बढ़ने का, भारत को महाशक्ति बनाने का। आतंकवाद अब पीछे छूट चुका है, लोगों की सोच बदल चुकी है,” उन्होंने कहा।
बिलावल भुट्टो के बयानों को किया खारिज
Kashmir Pahalgam Attack: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की टिप्पणियों पर बोलते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “अगर हम उनके बयानों पर ध्यान देते रहे, तो कभी आगे नहीं बढ़ पाएंगे। हमें अपने देश के हितों को प्राथमिकता देनी होगी।”
फारूक अब्दुल्ला ने भारत-पाकिस्तान के बीच हुई सिंधु जल संधि की पुनर्समीक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में, खासकर जम्मू क्षेत्र में, पानी की भारी कमी है। “हमारी नदियां यहां से निकलती हैं, फिर भी हमें पानी से वंचित रहना पड़ता है। यह मसला अब गंभीरता से उठाया जाना चाहिए,” उन्होंने कहा।
महबूबा मुफ्ती का बयान बना विवाद का कारण
Kashmir Pahalgam Attack: बता दें कि महबूबा मुफ्ती ने फारूक अब्दुल्ला के उस बयान पर नाराजगी जताई थी, जिसमें उन्होंने कश्मीरियों की संलिप्तता की ओर संकेत किया था। महबूबा ने इसे “भ्रामक और घातक” करार दिया और कहा कि “ऐसे समय में जब कश्मीरी छात्र और व्यापारी अन्य राज्यों में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, इस तरह के बयान हालात को और खराब कर सकते हैं।”