Jagdeep Dhankhar Resignation: भारत के उपराष्ट्रपति रहे जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई 2024 को मानसून सत्र के पहले ही दिन अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
रात करीब 9 बजे उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर अपना त्यागपत्र सौंपा और आधे घंटे बाद इसे सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दिया।
इस्तीफे की खबर के अगले ही दिन से उन्होंने अपने सामान की पैकिंग शुरू कर दी और अब जल्द ही उपराष्ट्रपति एन्क्लेव को खाली करने की प्रक्रिया में हैं।
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अब मिलेगा टाइप-8 सरकारी बंगला
Jagdeep Dhankhar Resignation: धनखड़ पिछले वर्ष अप्रैल में चर्च रोड स्थित नवनिर्मित उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में शिफ्ट हुए थे।
लगभग 15 महीनों तक इस आवास में रहने के बाद अब उन्हें वहाँ से जाना होगा।
केंद्रीय आवास मंत्रालय के मुताबिक, उन्हें लुटियंस दिल्ली या किसी अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र में टाइप-8 श्रेणी का बंगला आवंटित किया जाएगा, जो आमतौर पर वरिष्ठ मंत्रियों और राष्ट्रीय दलों के अध्यक्षों को मिलता है।
राजनीतिक मुलाकातों से दूरी, अटकलों को दी हवा
Jagdeep Dhankhar Resignation: सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इस्तीफे के बाद जगदीप धनखड़ ने किसी भी पार्टी के नेता से मुलाकात नहीं की।
कई विपक्षी नेताओं ने मिलने की इच्छा जताई, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया।
यह रवैया अब राजनीतिक हलकों में गहन चर्चा और अटकलों का कारण बन रहा है।
विपक्ष का मानना है कि इस इस्तीफे के पीछे स्वास्थ्य कारणों से परे कुछ और गंभीर बातें भी छिपी हो सकती हैं।
जिसे कभी विपक्ष ने घेरा, अब वही कर रहे तारीफ
Jagdeep Dhankhar Resignation: जगदीप धनखड़ पर कार्यकाल के दौरान पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने के आरोप लगे थे।
कुछ सांसदों ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की भी बात कही थी।
लेकिन अब जब उन्होंने पद छोड़ा है, तो वही विपक्षी नेता उनके कार्यकाल और शख्सियत की तारीफ कर रहे हैं।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ‘किसान पुत्र’ को सम्मानजनक विदाई नहीं दी जा रही, जो लोकतांत्रिक परंपराओं के विपरीत है।