Jagannath Mandir: पिछले 40 सालों से बंद भुवनेश्वर के जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडारा अब खुलने जा रहा है। भंडार के कीमती खजाने के सामान की लिस्ट की निगरानी के लिए समिति भी बनायीं गयी है जिसमें सुप्रीम कोर्ट के पुवा जज भी शामिल हैं।
हमारे भारत में चार धाम की यात्रा का बहुत महत्व माना जाता है। उन चार धामों में से एक है जगन्नाथ। इन दिनों ये धाम, काफी चर्चा में है। जिसकी वजह है मंदिर का रत्न भंडार। ये रत्न भंडार पिछले 40 सालों से बंद है, इसे दुबारा खोलने की बात सामने आ रही है। भंडार से खजाने के सामान की लिस्ट को तैयार किया जा रहा है। इस पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए रखने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक खास कमेटी तैयार की है, जिसमें हाई कोर्ट के कई पूर्व जजों को भी शामिल किया गया है। कमेटी का गठन ओडिशा के हाई कोर्ट के निर्देशों पर किया गया है।
ओडिशा में जब समय नवीन पटनायक की सरकार थी तब इसकी प्रक्रिया की निगरानी के लिए पटनायक सरकार ने भी एक कमेटी बनाई थी। इस कमेटी का काम रत्न भंडार में रखे आभूषणों और बाकी मूल्यवान वस्तुओं की लिस्ट पर नजर रखना था। कमेटी में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज अरिजीत पसायत की अध्यक्षता में 12 लोगों की कमेटी तैयार की थी।
पूरा मामला क्या है
ओडिशा सरकार ने 2018, अप्रैल में हाई कोर्ट और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के निर्देश पर जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को खोलने का के आदेश जारी किया लेकिन तब इस भंडार की चाबी खो जाने की वजह ये खोला नहीं गया। कई जांच पड़तालों के बावजूद भी अभी तक इस भंडार की चाबी का कुछ पता नहीं चल पाया है। चाबी ना मिलने के कारण इस बार चुनावों में इस मुद्दे को खूब जोरों-शोरों से उछाला गया। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इस पर काफी बातें कीं। इससे जुडी न्यायिक रिपोर्ट देने के लिए मांग की गयी थी। अब आखिरकार वो पल आ ही गया जब इस मामले में सरकार भंडार के अंदर छुपे राज को खोलने जा रही है। उसके अंदर मौजूद चीजों की लिस्ट भी जल्द ही तैयार की जाएगी।
रतन भंडार के अंदर छुपी है बहुत सी कीमती चीजें
रत्न भंडार के अंदर लगभग 862 साल पुराना जगन्नाथ मंदिर का खजाना छुपा है। कहा जाता है कि रत्न भंडार में जगन्नाथ मंदिर के तीनों देवता जगन्नाथ, बालभद्र और सुभद्रा केके गहने मौजूद है और ये सभी आभूषण सोने के हैं। यही नहीं, बल्कि यहां कई कीमती बर्तन भी रखे गए हैं। पिछले 40 सालों से ये भंडार बंद है जिसे अब दुबारा खोलने की तैयारी की जा रही है।
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