Israel-Gaza War: गाजा में 22 महीनों से जारी इजरायल-हमास युद्ध के बीच आखिरकार एक मानवीय पहल की शुरुआत हुई है। इजरायल सरकार ने अब गाजा के नागरिकों को राहत देने का आदेश दिया है,
जिसके बाद रविवार से वहां मदद पहुंचाई जा रही है। यह फैसला अंतरराष्ट्रीय दबाव और भूख से मरते लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लिया गया।
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Israel-Gaza War: हवाई रास्ते से भेजी गई पहली राहत सामग्री
इजरायली सेना (IDF) ने रविवार को पहली बार गाजा में हवाई मार्ग से आटा, चीनी, दवाइयां और डिब्बाबंद खाना भेजा। यह राहत सामग्री अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर भेजी जा रही है।
हवाई मदद के इस नए रास्ते से उम्मीद है कि वहां फंसे हजारों लोगों तक ज़रूरी सामान जल्द पहुंचेगा।
सीजफायर और सुरक्षित रास्तों का ऐलान
इजरायल ने गाजा के कुछ हिस्सों में सीमित सीजफायर का ऐलान किया है ताकि संयुक्त राष्ट्र (UN) और अन्य एजेंसियां राहत सामग्री बिना किसी रुकावट के पहुंचा सकें।
साथ ही ‘ह्यूमैनिटेरियन कॉरिडोर’ यानी मानवीय गलियारे बनाए गए हैं जिससे आम जनता तक सुरक्षित ढंग से मदद पहुंच सके।
124 मौतें भूख से, बच्चों की हालत सबसे खराब
गाजा में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे थे। युद्ध और प्रतिबंधों की वजह से लोगों को खाना और दवाइयां तक नहीं मिल रही थीं। अब तक कुपोषण और भूख से 124 लोगों की मौत हो चुकी है,
जिनमें 81 बच्चे शामिल हैं। जुलाई महीने में ही 40 लोगों की मौत भूख से हो गई, जिसमें 16 मासूम बच्चे थे।
तीन महीने तक रोक दी गई थी सभी बाहरी मदद
मार्च से मई 2025 तक इजरायल ने गाजा में किसी भी तरह की विदेशी सहायता को पूरी तरह रोक दिया था। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय, खासकर अमेरिका,
संयुक्त राष्ट्र और कई मानवीय संगठनों ने इजरायल की तीखी आलोचना की थी। अब इजरायली सरकार का कहना है कि वह यूएन की सहायता पहुंचाने में कोई बाधा नहीं डालेगी।
राजदूत और अधिकारी भी सामने आए
अमेरिका में इजरायल के राजदूत येचील लेइटर ने जानकारी दी कि अब से इजरायली सेना ह्यूमैनिटेरियन कॉरिडोर के ज़रिए गाजा में मदद पहुंचाने की इजाज़त दे रही है।
एक इजरायली अधिकारी ने सीएनएन को बताया था कि यह फैसला अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद लिया गया है।
गाजा के अस्पतालों में बदहाल हालात
दक्षिण गाजा के नासिर अस्पताल के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि भूख से मरने वाले बच्चों की संख्या हर दिन बढ़ रही है। कई बच्चों को सिर्फ पानी और नमक पर जिंदा रहना पड़ रहा है।
कई परिवारों के पास अब कुछ भी नहीं बचा है। हालत इतनी गंभीर है कि अब देरी और मौतों का कारण बन सकती है।
उम्मीद की किरण लेकिन जरूरत है और ज्यादा मदद की
इजरायल की ओर से राहत सामग्री भेजने की शुरुआत ने थोड़ी राहत जरूर दी है, लेकिन वहां के हालात अभी भी बेहद चिंताजनक हैं।
भूख, बीमारी और युद्ध से जूझ रही गाजा की जनता को सिर्फ एक बार की मदद से राहत नहीं मिल सकती। अंतरराष्ट्रीय संगठनों को लगातार मदद पहुंचानी होगी।