Ireland: यूरोपीय देश आयरलैंड में भारतीय नागरिकों पर हमलों की घटनाओं से दक्षिण एशियाई प्रवासियों में डर का माहौल है। करीब एक माह में डबलिन, क्लॉडालकिन,
बॉलिमुन और वाटरफोर्ड में भारतवंशी प्रवासियों पर 6 हमले हुए हैं। जिनमें पीड़ितों को गंभीर चोटें आईं। मासूम बच्चों से मारपीट हुई और नस्लीय अपशब्द कहे गए।
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Ireland: भारतीयों ने कहा आयरलैंड छोड़ रहे
कई भारतीय और एशियाई लोगों का कहना है कि वे आयरलैंड छोड़कर अन्य यूरोपीय देश में बसने की योजना बना रहे हैं। एक भारतीय नर्स ने सोशल मीडिया पर खुला पत्र
शेयर किया है जिसमें उन्होंने सहकर्मियों के दुर्व्यवहार को बयां किया और कहा कि वे आयरलैंड छोड़ने का विचार कर रहीं हैं।
हमले के पीछे दक्षिणपंथी सरकार
भारतीयों पर हमलों के पीछे दक्षिणपंथी सरकार और वाम विपक्ष का बड़ा हाथ है। वे बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और मकान संकट के लिए भारतीयों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं इससे हमले बढ़े हैं।
आयरलैंड इंडिया काउंसिल के अध्यक्ष प्रशांत शुक्ला के अनुसार, रोजाना भारतीयों पर हमलों की शिकायतें मिल रही हैं, लेकिन पुलिस ने कोई गिरफ्तारी नहीं की, जिससे भारतीय समुदाय में निराशा है।
तीसरे स्थान पर भारत
अप्रैल 2025 में आयरलैंड की आबादी 53.8 लाख थी। इसमें से 12.5 लाख प्रवासी हैं, जो कुल जनसंख्या का 24% हैं। प्रवासियों के मामले भारत 45,449 लोगों के साथ टॉप-5 देशों में शामिल है।
इस मामले में भारत नॉन-आयरिश नागरिकों में पोलैंड और ब्रिटेन के बाद तीसरे स्थान पर है।
मकानों का संकट
आयरलैंड में मकानों का संकट है। डबलिन में 63% प्रवासी रहते हैं, जिससे किफायती आवास का संकट गंभीर हो गया है। इससे स्थानीय लोगों में नाराज हैं। 2024 में आयरलैंड में महंगाई दर 5.2% रही।
अप्रैल 2025 में बेरोजगारी दर 4.8% थी। आयरलैंड के स्वास्थ्य और सोशल केयर सेक्टर में लगभग 18% कर्मचारी गैर-आयरिश नागरिक हैं। इनमें 3% भारतीय है।
सत्ताधारी दक्षिणपंथी गठबंधन (फाइन गेल और फियाना फाइल) ने आवास संकट और आर्थिक दबाव को हल करने का दावा किया, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से प्रवासियों को जिम्मेदार ठहराने वाले संदेश दिए।
विपक्षी वामपंथी दल सिन फेन ने आवास संकट के लिए प्रवासियों को निशाना बनाया। इंडिपेंडेंट आयरलैंड ने माहौल को और भड़काया।