Home Ministry: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए गृह मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लिया है। 54 साल बाद पहली बार ऐसा हो रहा है जब भारत सरकार ने एक साथ 7 राज्यों में युद्ध जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल और सायरन अभ्यास का आदेश जारी किया है। यह निर्देश सुरक्षा एजेंसियों, प्रशासनिक इकाइयों और आम नागरिकों को मानसिक और भौतिक रूप से तैयार करने के उद्देश्य से दिया गया है।
हवाई हमले की चेतावनी प्रणाली और ब्लैकआउट का अभ्यास
Home Ministry: इस ड्रिल के तहत हवाई हमले की चेतावनी प्रणाली को टेस्ट किया जाएगा। ब्लैकआउट अभ्यास यानी बिजली बंद करने और सुरक्षित स्थानों पर छिपने की प्रक्रिया का रिहर्सल कराया जाएगा। साथ ही यह भी सिखाया जाएगा कि संकट की घड़ी में कैसे खुद की और दूसरों की जान बचाई जाए। ड्रिल में कंट्रोल रूम, रेडियो कम्युनिकेशन लिंक, और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम की टेस्टिंग भी शामिल है।
छात्रों से लेकर गांव तक, हर नागरिक बनेगा योद्धा
Home Ministry: गृह मंत्रालय के आदेशानुसार, इस ड्रिल में स्कूल-कॉलेज के छात्र, होमगार्ड्स, एनसीसी, एनएसएस और ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को शामिल किया गया है। सरकार की मंशा साफ है — अगर युद्ध जैसी स्थिति बनती है तो पूरा देश एकजुट होकर सामना करने में सक्षम हो।
पाकिस्तान के मिसाइल टेस्ट का जवाब भारत की रणनीतिक तैयारी
Home Ministry: दो दिनों में पाकिस्तान द्वारा किए गए दो मिसाइल परीक्षणों के बाद भारत ने जवाबी तैयारी शुरू कर दी है। पाकिस्तान अपने डिफेंस सिस्टम को मजबूत बताने का दावा कर रहा है, जबकि भारत आम नागरिकों को भी युद्ध के लिए तैयार कर रहा है। सरकार का संदेश साफ है — हर नागरिक सुरक्षा कवच का हिस्सा है।