गुजरात एटीएस ने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है। एटीएस का दावा है कि ये सभी आतंकी पाकिस्तान समर्थित संगठनों से जुड़े हुए हैं और देश में रासायनिक हमले जैसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की तैयारी में थे।
दो आरोपी उत्तर प्रदेश के निवासी
गिरफ्तार किए गए तीन आतंकियों में से दो का संबंध उत्तर प्रदेश से है। इनमें पहला आरोपी आजाद, शामली जिले के झिंझाना कस्बे का निवासी है, जबकि दूसरा मोहम्मद सुहैल लखीमपुर खीरी से ताल्लुक रखता है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दोनों ने धार्मिक शिक्षा मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना कस्बे स्थित दाउद मदरसे से प्राप्त की थी।
मदरसे से जुड़ा कनेक्शन
दाउद मदरसे के संचालक मौलाना दाउद के पुत्र मोहम्मद आरिफ ने बताया कि आजाद ने 2018 से 2019 तक उनके संस्थान में हाफिज बनने की तालीम ली थी, जबकि सुहैल ने तीन महीने पहले ही दाखिला लिया था। सुहैल चार नवंबर को अपने पिता की तबीयत का हवाला देकर छुट्टी लेकर गया और फिर कभी लौटा नहीं।
“हमारा किसी आपराधिक गतिविधि से कोई संबंध नहीं”
मोहम्मद आरिफ ने मीडिया से बातचीत में साफ कहा कि उनके मदरसे का किसी भी संदिग्ध या आपराधिक गतिविधि से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा —
“हमारा मदरसा सिर्फ धार्मिक शिक्षा देता है। देश के अलग-अलग हिस्सों से छात्र यहां आते हैं। हमें दोनों छात्रों की गिरफ्तारी की खबर केवल मीडिया से ही पता चली।”
खुफिया एजेंसियों ने बुढ़ाना में डेरा डाला
गुजरात एटीएस की इस कार्रवाई के बाद खुफिया एजेंसियों ने बुढ़ाना कस्बे में अपनी जांच तेज कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि आखिर दोनों युवक कब और कैसे बाहरी कट्टरपंथी तत्वों के संपर्क में आए। इसी सिलसिले में मदरसे की गतिविधियों की भी गहन जांच शुरू की गई है।
पूछताछ में कई अहम सुराग मिले
एटीएस सूत्रों के अनुसार, शुरुआती पूछताछ में कई अहम जानकारियाँ सामने आई हैं, जो यह संकेत देती हैं कि इन आतंकियों का नेटवर्क देश के बाहर तक फैला हुआ है। एजेंसियां अब इनके संपर्कों और फंडिंग चैनल की गहराई से जांच कर रही हैं।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता से बची बड़ी त्रासदी
गुजरात एटीएस की इस त्वरित कार्रवाई से एक बड़ी आतंकी वारदात को टाल दिया गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर समय रहते ये गिरफ्तारी न होती, तो देश में भारी तबाही मच सकती थी। यह ऑपरेशन इस बात का प्रमाण है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां हर स्तर पर सतर्क और सक्षम हैं।

