Gujarat: गुजरात के सूरत जिले से एक हैरान कर देना वाले मामले का खुलासा हुआ है जिसने शिक्षक और छात्र के रिश्तों को सवालों के घेरे में ला खड़ा कर दिया है। एक 23 वर्षीय टीचर अपने 13 वर्षीय छात्र को लेकर भाग गयी। मामले का खुलासा तब हुआ जब छात्र के पिता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई और अपनी नाबालिग संतान की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। शिकायत के बाद पुलिस ने महिला टीचर के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर तलाश शुरू की।
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गुजरात-राजस्थान सीमा से दोनों पकडे गए
Gujarat: घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने गुमशुदगी और अपहरण की धाराओं में केस दर्ज किया और दोनों की खोज शुरू कर दी। गुरुवार को पुलिस को अहम सुराग मिला और दोनों को गुजरात-राजस्थान की शामलाजी सीमा से बरामद कर लिया गया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को वापस सूरत लाकर पूछताछ शुरू की।
देशभर में घुमी टीचर, दिल्ली से वृंदावन और जयपुर तक की यात्रा
Gujarat: पुलिस पूछताछ में महिला टीचर ने बताया कि वह छात्र को पहले अहमदाबाद लेकर गई, फिर वहां से दिल्ली, वृंदावन और अंत में जयपुर तक पहुंची। यह यात्रा कई दिनों तक चली। इसी दौरान टीचर पांच महीने की गर्भवती भी निकली, जिससे मामले ने और सनसनीखेज मोड़ ले लिया।
‘पेट में पल रहा बच्चा छात्र का है’- बोली महिला टीचर
Gujarat: जब पुलिस ने टीचर से गर्भावस्था को लेकर सवाल किए, तो महिला ने दावा किया कि वह जो बच्चा पेट में पाल रही है, वह उसी 13 साल के छात्र का है। यह सुनकर पुलिस अधिकारी भी दंग रह गए। अब पुलिस इस दावे की सच्चाई जानने के लिए DNA टेस्ट कराने की तैयारी में है। जब बच्चे का मेडिकल कराया गया तो रिपोर्ट्स में पाया गया कि 13 साल का छात्र बच्चा पैदा करने योग्य है।
पुलिस ने छात्र को उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया है और महिला टीचर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी गई है। टीचर पर नाबालिग के अपहरण और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। टीचर को कोर्ट में पेश करने की तैयारी भी की जा रही है।
तीन साल से पढ़ा रही थी छात्र को, CCTV में भी दिखी फुटेज
Gujarat: प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आरोपी महिला टीचर पुणे के पर्वत पाटिया इलाके की रहने वाली है और बीते तीन वर्षों से छात्र को पढ़ा रही थी। बताया जा रहा है कि इस दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती चली गईं। CCTV फुटेज में भी महिला को छात्र के साथ जाते हुए देखा गया है। पुलिस को जांच के दौरान संदेह हुआ कि टीचर को अपने छात्र के प्रति असामान्य भावनात्मक लगाव हो गया था, जिसके कारण उसने यह कदम उठाया।
हालांकि 13 साल की उम्र का छात्र इस मानसिक और शारीरिक स्थिति को समझने में सक्षम नहीं माना जा सकता, इसलिए मामले को गंभीर अपराध के रूप में देखा जा रहा है।