Tuesday, August 19, 2025

GORAKHPUR: प्रकृति की ऊर्जा से सजेगा भविष्य, ग्रीन हाइड्रोजन से आएगा क्रांति का दौर

GORAKHPUR : हाल ही में CM योगी ने यूपी के पहले ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट का लोकार्पण किया, बोले- भविष्य की ऊर्जा है हाइड्रोजन।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा और बीमारियों से बचाव में ग्रीन एनर्जी की बड़ी भूमिका होने जा रही है।

उन्होंने बताया कि ऊर्जा क्षेत्र एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में हरित ऊर्जा तथा विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए यह प्लांट बड़ी भूमिका निभाएगा।

CM द्वारा टोरेंट ग्रुप के ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट का हुआ लोकार्पण

GORAKHPUR : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश और दुनिया के सामने सबसे बड़ी चिंता जीवसृष्टि और मानव सभ्यता को बचाने की है।

अगर हमें जीवसृष्टि और मानव सभ्यता को बचाना है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विजन के अनुरूप हमें नेट जीरो की तरफ बढ़ना होगा और कार्बन उत्सर्जन न्यूनतम करना होगा।

सीएम ने रविवार को गोरखपुर के खानिमपुर में टोरेंट ग्रुप के ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया।

टोरेंट गैस और टोरेंट पॉवर द्वारा स्थापित यह ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट उत्तर प्रदेश का पहला और पूरे देश का दूसरा प्लांट है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा और बीमारियों से बचाव में ग्रीन एनर्जी की बड़ी भूमिका होने जा रही है। कहा कि ऊर्जा क्षेत्र एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में हरित ऊर्जा तथा विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए यह प्लांट बड़ी भूमिका निभाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से स्थापित यह प्लांट प्रदूषण से मुक्त उर्जा प्राप्ति की दिशा में एक नया प्रयास है।

उन्होंने कहा कि यहां टोरेंट ग्रुप का एक सीएनजी प्लांट पहले से है। अब यहां पर ग्रीन हाइड्रोजन का प्लांट लगाया गया है।

इसी के साथ अब यहां ग्रीन हाइड्रोजन और सीएनजी-पीएनजी की ब्लेंडिंग होगी। इसके बाद इसे घर-घर रसोई गैस के रूप में पहुंचाया जायेगा।

सीएम ने कहा कि उम्मीद है कि ग्रीन एनर्जी के उत्पादन के साथ यह इनोवेशन का केंद्र होगा और लोगों के जीवन को आगे बढ़ाने का कार्य करेगा।

पानी से बनेगी ग्रीन हाइड्रोजन

GORAKHPUR : योगी ने कहा की उत्तर प्रदेश के लिए यह खुशी की बात है कि प्रचुर जल संसाधन होने के चलते यहां इसकी व्यापक संभावना है।

ग्रीन हाइड्रोजन जल से बनेगी। जल में दो हिस्सा हाइड्रोजन और एक हिस्सा ऑक्सीजन होता है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश जल संसाधन के लिहाज से अत्यंत समृद्ध है।

उन्होंने आगे कहा कि यहां कई जगहों पर दस मीटर की गहराई में पानी मिल जाता है।

कई नदियां यूपी में प्रवाहित हैं।

जल संसाधन की पर्याप्त उपलब्धता से उत्तर प्रदेश बड़े पैमाने पर ग्रीन एनर्जी बनाने में सामर्थ्यवान है।

उन्होंने कहा की पहले घरों में भोजन लकड़ी या कोयला से बनाया जाता था जिससे कार्बन उत्सर्जन होता था।

पीएम मोदी ने उज्ज्वला योजना के माध्यम से 10 करोड़ परिवारों को निशुल्क रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराये हैं।

इससे पीछे की मंशा लोगों को फेफड़े, टीबी, आंख से जुड़ी और अन्य बीमारियों से निजात दिलाने की रही।

सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने भाषण में उज्जवला योजना के अगले फेज के लिए बड़ी धनराशि की घोषण की है।

सस्ती रसोई गैस के लिए भी प्रधानमंत्री ने पैकेज की घोषण की है

एलईडी लाइट्स से कार्बन का उत्पादन कम होता हैं

GORAKHPUR : मुख्यमंत्री ने कहा की एलईडी स्ट्रीट लाइट लगने से उर्जा की खपत कम होती है, बिजली बचती है और साथ ही कार्बन की उत्सर्जन में भी कमी होती हैं।

पहले जब सामान्य बल्ब प्रयोग किए जाते थे तब अधिक कार्बन उत्सर्जन होता था साथ ही उर्जा ज्यादा खर्च होती थी और बिजली का बिल भी अधिक आता था।

ग्रीन एनर्जी मोबाईल की तरह होगी सस्ती

GORAKHPUR : उन्होंने कहा की हमारे पास प्रदेश में हाइड्रोपॉवर या थर्मलपॉवर है पर पवन ऊर्जा नहीं है।

सरकार ने लक्ष्य किया है की प्रदेश में 22 हजार मेगावाट रिन्यूवल एनर्जी स्थापित करेंगे। अब तक हम क्षेत्र में 6 हजार मेगावाट तक पहुंचे हैं।

इसमें वृद्धि लाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। रिन्यूवल एनर्जी के लिए किसी न किसी अन्य ऊर्जा की आवश्यकता होती है।

भविष्य में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र सबसे ज्यादा व्यापक संभावना हाइड्रोजन एनर्जी में है। अभी यह ऊर्जा कुछ महंगी जरूर है लेकिन आने वाले समय में मोबाइल फोन की तरह सस्ती हो जायेगी।

प्रकृति और स्वास्थ्य पर हो रहा हैं प्रभाव

GORAKHPUR : आज प्रकृति के साथ साथ मनुष्य के स्वास्थ्य पर जो विपरीत प्रभाव पड़ा रहा है उसका पहला कारण प्रकृति के साथ खिलवाड़ और दूसरा कृषि में कीटनाशक और रसायन का ज़्यादा प्रयोग करना हैं।

कैंसर जैसी अन्य गंभीर बीमारियों का कारण भी यही है। प्रकृति के साथ खिलवाड़ करने से ग्लोबलवार्मिंग जैसी बड़ी समस्याएं भी खड़ी हो रही हैं।

इस वजह से कहीं ज़्यादा वर्षा हो रही है तो कहीं सूखा पड़ रहा हैं। लोग पेड़ काट रहे हैं। प्रदूषण के कारण जल के स्रोत खराब हो रहे हैं पानी प्रदूषित हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सारे कार्यों से हम जीवन और प्रकृति के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं।

सीएम योगी ने कहा कि पर्यावरण की समस्याओं का उपचार मनुष्य के हाथ में है। इसका पहला उपचार प्राकृतिक खेती है तो दूसरा उपचार ग्रीन एनर्जी के उपयोग में है।

प्राकृतिक खेती से गौवंश की रक्षा भी होगी तथा हमारी खेती भी जहरीली होने से बच जायेगी।

इस खेती से जो अन्न पैदा होगा वह हमें स्वस्थ और निरोग बनायेगा। उन्होंने कहा की पीएम मोदी ने हर घर शौचालय और स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से स्वच्छता के कार्य को बढ़ाया।

उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सफाई के कारण मासूम बच्चों को जान लेने वाली इंसेफेलाइटिस बीमारी भी समाप्त हो गयी हैं।

योगी ने कहा अब बस हमें पर्यावरण की रक्षा करनी है।

हमें अपनी खेती को रासायनिक फर्टिलाइज़र तथा कीटनाशको से मुक्त करना होगा।

इसके लिए हमें ग्रीन एनर्जी की आवश्यकता होगी। इस एनर्जी की सबसे ज्यादा संभावना यूपी में है।

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