Rajasthan paper leak: राजस्थान में नेशनल सीड कॉर्पोरेशन भर्ती परीक्षा में नकल की कोशिश के मामले में बयानबाजी हो रही। रविवार को आयोजित इस परीक्षा में नकल माफिया द्वारा धांधली कर परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश हुई, जिसे जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की वेस्ट जिला पुलिस और SOG ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नाकाम कर दिया। इसे लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार के सभी दावे फेल हो गए।
बात दें राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार के कार्यकाल में हुई सभी भर्ती परीक्षाओं में पेपर आउट हुए थे, यह दावा भजनलाल सरकार की ओर से गठित पुलिस की जांच एजेंसी एसओजी कर चुकी। इतने बडे और व्यापक स्तर पर भर्तियों में हुई धांधली के बावजूद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा का इस तरह का बयान हास्यास्पद तो है ही, साथ ही इसे बेशर्मी भी कहा जा सकता है। क्योंकि पेपर आउट और नकल की कौशिश में रात-दिन का अंतर है। साथ ही नकल की कौशिश को भी सरकार ने नाकाम कर दिया।
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पेपर लीक और नकल की कोशिश में बड़ा अंतर
Rajasthan paper leak today: कांग्रेस के आरोपों पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने सोमवार को अपने निवास पर मीडिया से बात करते हुए पलटवार किया। पटेल ने कहा कि कांग्रेस को पेपर लीक और नकल की कोशिश में अंतर होता है, ये समझ ही नहीं है। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस राज में पनपे नकल माफिया पर भजनलाल सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय बीज निगम की ऑनलाइन परीक्षा में नकल करवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस फोर्स और एटीएस की टीम ने चलती परीक्षा में नकल करते 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें कुछ परीक्षार्थी, सेंटर संचालक और नकल कराने वाले गिरोह के लोग शामिल हैं।
कांग्रेस की प्रोपेगेंडा फैक्ट्री फैला रही भ्रम
Rajasthan paper leak news: उन्होंने कहा कि भजनलाल सरकार नकल गिरोह में लिप्त हर व्यक्ति को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन झूठ और भ्रम फैलाने में माहिर कांग्रेस की प्रोपेगेंडा फैक्ट्री इसे पेपर लीक बताकर जनता को दिग्भ्रमित कर रही है। पटेल ने कहा कि कांग्रेस की अब झूठ की दुकान नहीं चलने वाली है। राजस्थान की जनता भूली नहीं है कि कैसे पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय में पोषित पेपर लीक माफिया खुलेआम पेपर लीक कराकर प्रदेश के नौजवानों के भविष्य का सौदा करते थे और पुलिस प्रशासन उन पर कार्रवाई करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाता था।
नकल होने से पहले ही रोक दिया गया
जोगाराम पटेल ने कहा कि पेपर लीक होने पर पेपर परीक्षा से पहले बाहर आ जाता है, उसका कोई न कोई उपयोग करता है, लेकिन ये तो ऑनलाइन परीक्षा थी, जिसमें माफिया ने कम्प्यूटर हैक करने की कोशिश की और पकड़ा गया। नकल होने से पहले ही रोका गया है। कांग्रेस राज में पेपर लीक का एक उद्योग चल रहा था। कांग्रेस को इतने ही आरोप लगाने हैं तो टेबल पर आकर बात करे। बेरोजगार युवाओं को आश्वस्त करते हैं कि किसी तरह से पेपर में कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी।
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