राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को हुई थी जिसके बाद लगातार यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। देश – दनिया से लोग अयोध्या, रामलला के दर्शन के लिए पहुंच रहे है। लोगों में राम मंदिर को लेकर एक अलग ही उत्साह है और हो भी क्यों ना आखिर सालों बाद अयोध्या में रामलला का आगमन हुआ है। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा तो हो चुकी है लेकिन अभी भी मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हुआ है।जहां पूरे दिन दर्शन के लिए मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है वहीं रात में मजदूर निर्माण कार्य में जुटे रहते हैं। मंदिर का निर्माण कार्य पूरा करने के 2024 तक का लक्ष्य रखा गया है। और पूरी रात कार्य प्रगति पर रहता है।
आपको तो याद ही होगा राम मंदिर में कुल पांच द्वार बनाये गए हैं जिसमें से 3 का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। दो द्वारों का निर्माण अभी भी बाकी है। मंदिर के भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा के अनुसार नवंबर 2024 तक राम मंदिर का सारा निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा।
निर्माण कार्य चल रहा जोरों शोरों से
5 अगस्त को 2020 को राममंदिर की नींव रखी गई थी, और तब से राम मंदिर का कार्य जोरों शोरों से चल रहा है। लगभग 4 सालों से मंदिर का निर्माण हो रहा है। 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यहां श्रद्धुलाओं की भीड़ लगी रहती है।
श्रद्धालुओं को दर्शन में कोई परेशानी ना हो इस वजह से मजदूर निर्माण कार्य रात में करते हैं। बीच में मजदूरों की संख्या में कटौती कर दी गई थी लेकिन अब निर्माण कार्य को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए मजदूरों की संख्या फिर से बढ़ा दी गयी है। पूरी कोशिश की जा रही है कि नवंबर तक मंदिर का कार्य खत्म हो जाए।
राममंदिर में शुरू हो गयी है ये सुविधा
राममंदिर पहुंचे किसी भी भक्त को कोई दिक्कत ना हो इस बात की विशेष ध्यान रखते हुए मंदिर परिसर में एक मिनी आईसीयू का निर्माण किया गया है । इसमें अगर किसी भक्त की अचानक से तबियत बिगड़ जाती है तो उसका इलाज किया जा सकेगा।यात्री सेवा केंद्र में औपीडी की भी शुरूआत कर दी गई है। यहां आने वाले मरीजों को होमियोपैथ के अलावा एलोपैथ और आयुर्वेद तीनों तरह के इलाज की सेवाएं दी जाएंगी।इसमें खास बात ये भी है की यहां हर कोई अपना इलाज करवा सकेगा।