देवली-उनियारा थप्पड़ काण्ड: देवली-उनियारा में मतदान वाले दिन निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद से वहाँ हुआ तनाव थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब नरेश मीणा की गिरफ्तारी हो चुकी है लेकिन असली चुनौती तो अब है। कोर्ट में पेशी वाले दिन हंगामा होने के आसार हैं इसलिए वहां चार हजार से ज्यादा पुलिस फोर्स की तैनाती की गयी है।
देवली-उनियारा में नरेश मीणा थप्पड़ काण्ड अभी पूरी तरह से थमा नहीं है। हालांकि उन्हें पुलिस ने अब गिरफ्तार कर लिया है लेकिन उनके गिरफ्तारी के बाद ही उनके समर्थकों ने इलाके में हिंसा फैलाते हुए पथराव और आगजनी कर दी। पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया हैं, लेकिन तनाव अब भी बना हुआ है।
एसडीएम के समर्थन मेरी उतरा आरएएस
एसडीएम के साथ हुई इस घटना के बाद आरएएस ने अधिकारियों की सुरक्षा के लिए नया कानून बनाने की मांग करते हुए सचिवालय में प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय मिलने के बाद प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया है, लेकिन उनका पेन-नेट-डाउन आंदोलन अब भी जारी है। वहीं, दौसा के पूर्व सांसद किरोड़ी लाल मीणा सामरवता गांव पहुंचे और स्थानीय लोगों से पूरी घटना की जानकारी ली। दूसरी ओर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने सवाल उठाया कि नरेश मीणा आखिर चुनाव में खड़े कैसे हुए।
नरेश मीणा और उनके समर्थक अब क्या करेंगे?
नरेश मीणा की अब कोर्ट में पेशी होनी है। हंगामे की आशंका को देखते हुए चार हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। ऐसे में अब देखना होगा कि अब नरेश मीणा अब अगला दांव कौनसा खेलेंगे क्यूंकि जाहिर सी बात है अगर पुलिस उनको जेल में डालती है तो वो और उनके समर्थक चुप तो बैठेंगे नहीं।
थप्पड़कांड में नए विधायक की एंट्री
इस मामले में अब एक नए विधायक एंट्री हो गयी है। इस मामले में पीपल्दा से विधायक चेतन पटेल ने सरकार को निशाना बनाते हुए पत्र लिखा है। उन्होनें सरकार और प्रशासन व्यवस्था की आलोचना करते हुए राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा है। उन्होनें इस ठपपांडकाण्ड को सरकार की विफलता करार किया है। चेतन ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर कहा कि ऐसी घटना होना राजस्थान के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। उनका आरोप है कि सरकार इस मामले पर चुप्पीसाढ़े बैठी है। वो जनभावनाओं का ध्यान नहीं रख रही है।