Delhi: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में गुरुवार रात एक खौफनाक वारदात सामने आई, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। जे-ब्लॉक में रहने वाले 17 वर्षीय किशोर कुनाल की कुछ लड़कों ने चाकुओं से बेरहमी से हत्या कर दी। यह वारदात रात करीब 7:38 पर हुई, जब कुनाल अपने घर के पास मौजूद था। जानकारी के अनुसार, हमलावरों की संख्या 4-5 थी और वे सीधे कुनाल पर टूट पड़े। गंभीर रूप से घायल कुनाल को तुरंत जेपीसी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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परिवार का आरोप: ‘हमें इलाका छोड़ने पर मजबूर किया जा रहा है’
Delhi: कुनाल के परिजनों का आरोप है कि हमलावर मुस्लिम समुदाय से थे और उनका मकसद या तो पुरानी रंजिश का बदला लेना था या इलाके से हिंदू परिवारों को डराकर भगाना। रोते हुए कुनाल की मां ने कहा – “हम पहले ही सोच रहे थे कि इलाका छोड़ दें, पर ये नहीं सोचा था कि बेटा ही चला जाएगा।” कुणाल के पिता ने बताया कि उनकी आंखों के सामने उनके बेटे पर हमला हुआ और वो कुछ भी नहीं कर सके। उनका कहना है कि पहले भी कई हिंदू परिवार इलाके से पलायन कर चुके हैं और अब वे भी वहां नहीं रहना चाहते।

घरों पर लगे पोस्टर: ‘हिंदू खतरे में है’, ‘यह मकान बिकाऊ है’
Delhi: घटना के बाद इलाके का माहौल पूरी तरह से तनावपूर्ण हो गया है। कई हिंदू परिवारों ने अपने घरों के बाहर पोस्टर चिपकाने शुरू कर दिए हैं। इन पोस्टरों में लिखा है – ‘हिंदू खतरे में है’, ‘हम पलायन कर रहे हैं’, ‘यह मकान बिकाऊ है’, और ‘योगी जी मदद करो’। सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर बहस और गुस्सा तेज हो चुका है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या अब देश की राजधानी में भी हिंदू समुदाय सुरक्षित नहीं है?
पुलिस की कार्रवाई और बयान
Delhi: घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। दिल्ली पुलिस के अनुसार, घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और आरोपियों की तलाश में कई टीमें लगाई गई हैं। फिलहाल हत्या के पीछे की असली वजह साफ नहीं हो पाई है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है और संभावित गवाहों से पूछताछ की जा रही है। हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इलाके में उबाल, प्रदर्शनकारियों की मांग – हत्यारों को फांसी दो
Delhi: घटना के बाद से ही सीलमपुर में तनाव बना हुआ है। स्थानीय लोग लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मदद की गुहार लगाई है। लोगों का कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ सकती है।
क्या दिल्ली भी सुरक्षित नहीं रही?
Delhi: इस घटना ने न सिर्फ सीलमपुर बल्कि पूरे दिल्ली में चिंता की लहर दौड़ा दी है। सोशल मीडिया पर कई लोग यह सवाल पूछ रहे हैं कि अगर देश की राजधानी में भी बहुसंख्यक समुदाय खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे, तो फिर आम नागरिकों का क्या होगा? क्या अब धर्म के नाम पर नाबालिगों की हत्याएं भी आम हो जाएंगी? और क्या ऐसे अपराधियों को कोई सिस्टम का डर नहीं बचा?