Advertisement for recruitment of MBBS doctors in Delhi: दिल्ली में खोले गए आम आदमी मोहल्ला क्लीनिकों में डॉक्टरों की भर्ती के लिए दिल्ली सरकार ने वॉक इन इंटरव्यू का विज्ञापन निकाला है, जो चर्चा के साथ मजाक का विषय बन गया है।
हाल ही में मोहल्ला क्लीनिकों में खाली पड़े डॉक्टरों के पदों को भरने के लिए सरकार ने एमबीबीएस डॉक्टरों से आवेदन करने और हर बुधवार को सीधे इंटरव्यू के लिए आने का विज्ञापन दिया है। इस विज्ञापन के सोशल मीडिया पर आते ही अजीब-अजीब प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं। वहीं कई डॉक्टर भी इससे खफा है। विज्ञापन को देख डॉक्टरों की इस भर्ती को दिहाड़ी मजदूरों से तुलना की जा रही है।
इस बात पर भड़क गए डॉक्टर्स
आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक के लिए डॉक्टरों की भर्ती को लेकर बाकी चीजें तो ठीक हैं, लेकिन वेतन के रूप में 40 रुपये प्रति मरीज पारिश्रमिक तय किया गया है। इसे लेकर डॉक्टर भड़क गए. कई डॉक्टरों ने सोशल मीडिया पर प्रति मरीज दिए जा रहे 40 रुपये के इस वेतन को मजदूरों को मिलने वाली रोजनदारी बताया तो किसी ने दिहाड़ी कहा। हालांकि ऐसी टिप्पणियों पर मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस वेतन पर काम करने वाले डॉक्टरों की कमी नहीं है।
ये शर्तें रखी हैं विज्ञापन में
चीफ डिस्ट्रिक्ट मेडिकल ऑफिसर के दफ्तर की की ओर से योग्य डॉक्टरों से आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक्स में काम करने के लिए आवेदन मांगे गए हैं, जिसमें मिनिमम क्वालिफिकेशन एमबीबीएस और दिल्ली मेडिकल काउंसिल में रजिस्ट्रेशन को जरूरी योग्यता में शामिल किया गया है। हालांकि डॉक्टरों के लिए कोई उम्र सीमा नहीं रखी गई है। फ्रेशर से लेकर रिटायर्ड डॉक्टर तक इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
यहां आएं इंटरव्यू देने
विज्ञापन में आगे बताया गया है कि हर बुधवार को हर जिले के सीडीएमओ ऑफिस पर दोपहर 2 बजे डॉक्टर इंटरव्यू के लिए आ सकते हैं। इस दौरान वे अपने साथ एमबीबीएस की डिग्री, दिल्ली मेडिकल काउंसिल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, आइडेंटिटी एंड एड्रेस प्रूफ और एक्सपीरिएंस सर्टिफिकेट लाने के लिए कहा गया है। साथ ही बताया गया है कि चुने गए डॉक्टर को सीडीएमओ दफ्तर की ओर से शेड्यूल दिया जाएगा।