CP Radhakrishnan: भाजपा ने रविवार को महाराष्ट्र के वर्तमान राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार के रूप में नामित किया।
नामांकन की घोषणा करते हुए, भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में व्यापक विचार-विमर्श के बाद राधाकृष्णन के नाम पर फैसला लिया गया है।
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साफ़ छवि और जमीनी तौर पर जुड़ाव नामांकन की बड़ी वजह
CP Radhakrishnan: राधाकृष्णन को NDA उम्मीदवार घोषित करने की वजह है इनकी साफ़ छवि और लोगों से ज़मीनी तौर पर एक ख़ास जुड़ाव।
उन्होंने उम्मीद जताई हैं कि विपक्ष भी NDA उमीदवार का समर्थन करेगा।
नड्डा ने बताया कि राधाकृष्णन ने अपने 40 साल के करिअर में कभी कोई सियासी मुद्दे पर सार्वजानिक बयान नहीं दिया है।
बता दें कि जगदीप धनकड़ ने 21 जुलाई को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था। उनका कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक का था।
CP Radhakrishnan: नामांकन की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। अगर एक से ज़्यादा उम्मीदवार होते हैंं तो, नौ सितम्बर को वोटिंग होगी और उस ही दिन परिणाम आएगा।
बता दें कि इस चुनाव में लोकसभा और राजयसभा सदस्य वोट डालते है।
40 साल का राजनीतिक सफर तय कर चुके राधकृष्णन, 16 साल की उम्र से संघ से जुड़ाव
CP Radhakrishnan: तमिलनाडु से निकलकर राष्ट्रीय राजनीति तक पहुंचने वाले सी.पी. राधाकृष्णन के सियासी सफर 40 साल से भी लम्बा रहा है।
यह 16 साल की ही उम्र में संघ से जुड़ गए थे। 1974 मे जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने।
1996 मे भाजपा तमिलनाडु के सचिव बने और 1998 में पहली बार कोयंबटूर सीट से सांसद रहे।
1999 में एक बार फिर संदसदीय का चुनाव जीता। 31 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल बने।
इसके बाद झारखंड और तेलंगाना के भी राज्यपाल रह चुके हैं।
वहीँ 2004 से लेकर 2007 तक BJP तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष रहे।
नदिया जोड़ने और समान नागरिक संहिता के लिए 93 दिन मे 19 हज़ार किमी की लम्बी यात्रा निकाली।