डू थिस फॉर ब्लोटिंग: आजकल कब्ज (Constipation) और ब्लोटिंग (Bloating) जैसी पेट की समस्याएं बहुत आम हो गई हैं। गलत खानपान, जंक फूड, कम पानी पीना, तनाव और अनियमित दिनचर्या हमारी डाइजेशन हेल्थ को बिगाड़ देते हैं।
नतीजा यह होता है कि पेट भारी रहता है, गैस बनती है और स्टूल पास करने में भी परेशानी होती है। विशेषज्ञों के अनुसार इन समस्याओं को नजरअंदाज करना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता लेकिन अच्छी बात यह है कि एक आसान और प्राकृतिक उपाय – पेट की मसाज (Abdominal Massage) – से इन दिक्कतों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
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डू थिस फॉर ब्लोटिंग: पेट की मसाज कैसे करती है काम?
कब्ज से राहत – हल्की मसाज आंतों की मूवमेंट को एक्टिव करती है, जिससे स्टूल पास करना आसान हो जाता है।
ब्लोटिंग और गैस कम करना – मसाज पेट में जमा गैस को रिलीज करने में मदद करती है और सूजन घटाती है।
डू थिस फॉर ब्लोटिंग: डाइजेशन सुधारना – नियमित मसाज से डाइजेशन प्रोसेस बेहतर होता है और पेट हल्का महसूस होता है।
तनाव कम करना – मसाज से बॉडी रिलैक्स होती है, स्ट्रेस कम होता है और इसका असर पाचन पर भी दिखता है।
पेट की मसाज करने का सही तरीका
किसी शांत जगह पर आराम से लेट जाएं।
हथेलियों पर नारियल या सरसों का तेल लगाकर गर्माहट पैदा करें।
पेट पर हल्के हाथों से गोल-गोल (Clockwise) दिशा में मसाज करें।
पेट के चारों ओर हल्का दबाव डालें, लेकिन जोर न दें।
डू थिस फॉर ब्लोटिंग: रोजाना 10–15 मिनट तक सुबह या रात को सोने से पहले करें।
किन लोगों को करनी चाहिए यह मसाज?
जिन्हें बार-बार कब्ज, पेट फूलना, गैस या डाइजेशन से जुड़ी दिक्कत रहती है, वे पेट की मसाज को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। हालांकि अगर पेट में तेज दर्द, ब्लीडिंग या कोई गंभीर समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
बेहतर असर के लिए ये टिप्स अपनाएं
दिनभर पर्याप्त पानी पिएं।
डाइट में फाइबर युक्त फल और हरी सब्जियां शामिल करें।
रोज हल्की एक्सरसाइज या वॉक करें।
डू थिस फॉर ब्लोटिंग: तैलीय और जंक फूड से दूरी बनाएं।
डू थिस फॉर ब्लोटिंग: डॉक्टर की राय
पेट की मसाज सिर्फ लक्षणों को कम करने तक सीमित नहीं है, यह डाइजेशन सिस्टम को मजबूत भी बनाती है। अगर इसे सही तरीके से नियमित किया जाए और साथ में हेल्दी डाइट व एक्सरसाइज भी हो, तो पेट की कई समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।”
पेट की मसाज कब्ज और ब्लोटिंग जैसी परेशानियों से राहत पाने का एक सुरक्षित, आसान और प्राकृतिक तरीका है। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है और शरीर को आराम देती है।