Blue Moon: 19 अगस्त, 2024 को भारत में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जायेगा। इस दिन आसमान में एक चमकीला और सबसे बड़ा एक सुपरमून भी दिखाई देगा। इसे ब्लू मून कहते हैं। इसका इतिहास 1528 तक फैला हुआ है, इसका ओरिजिन रहस्य्मयी है। इसे एक और अजीब से नाम से भी जाना जाता है। वो नाम है स्टरजियॉन मून।
जिस दिन रक्षाबंधन का शुभ मर्व मनाया जायेगा उस ही दिन भारत में एक घटने के आसार हैं। इस दिन शाम के समय आसमान में चमकीला और सबसे बड़ा चांद दिखाई देगा। इसी चांद को सुपर ब्लू मून कहते हैं।
कब होता है Blue Moon
ब्लू मून एक खगोलीय घटना है। यह आमतौर पर तब होती है जब एक महीने में दो पूर्णिमा होती है या फिर एक मौसम में चार पूर्णिमा होती है। इसमें से तीसरी पूर्णिमा को ब्लू मून कहा जाता है। जब चांद, पृत्वी के सबसे निकट होता है तो इसे सुपर मून कहा जाता है। ऐसे समय में आम पूर्णिमा की तुलना में 14 फीसदी बड़ा और 30 फीसदी ज्यादा चमकीला दिखाई देता है।
क्या सच में सफ़ेद चांद का रंग नीला दिखाई देगा
चांद के नीला दिखाई देने के आसार बहुत कम होते हैं। आमतौर पर ब्लू मून के दिन दिखाई देने वाले चांद अपने प्राकृतिक रंग में ही दिखाई देता है। बस इस दिन चांद काफी बड़ा और चमकीला दिखाई देता है। आपने अंग्रेजी की वो कहावत तो सुनी ही होगी ” Once In A Blue Moon” वो इसी से जुड़ा है। इस मुहावरे का अर्थ होता है कोई भी दुर्लभ घटना”। आमतौर पर चांद का नीला रंग 2-3 साल में एक बार दिखाई देता है। इसी तरह से ब्लू मून एक अद्भुत खगोलीय घटना है, जो दुर्लभता के कारण काफी ध्यान आकर्षित करती है।
रक्षाबंधन के दिन इस समय दिखेगा Blue Moon
19 अगस्त यानि रक्षाबंधन वाले दिन शाम 6 बजकर 56 मिनट पर चांद निकलेगा और अगले दिन सुबह 6 बजे अस्त होगा। इस दौरान चंद्रमा लगभग 02:26 PM पर अपने पूर्ण चरण पर पहुंच जाएगा। ये वो समय है जब सूर्य और चंद्रमा पृथ्वी के सामने वाली दिशा में होंगे। स्थानीय मौसम की स्थिति और दृश्यता को देखते हुए इस बार लोग ब्लू मून देख पाएंगे।