Jharkhand: झारखण्ड की 81 विधानसभा सीटों पर 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में चुनाव होने जा रहे हैं, जिनके नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। झारखण्ड में एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। 81 में से 60 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस की कड़ी टक्कर है। बची 29 सीटें ही तय करेगी झारखण्ड में सत्ता की चाबी किसके हाथ में होगी।
झारखण्ड में कांटे की टक्कर
झारखंड के चुनावी मैदान में इस बार मुकाबला है कांटे का! झारखंड में कुल 81 सीटों पर विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और बहुमत के लिए चाहिए 41 सीटें। लेकिन एनडीए और इंडिया गठबंधन के लिए ये आंकड़ा हासिल करना आसान नहीं होगा। जहां शहरों में एनडीए का बोलबाला नजर आ रहा है, जबकि गांवों में इंडिया गठबंधन की पकड़ मजबूत है। 81 में से 60 सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी का सीधा मुकाबला है। अब सबसे दिलचस्प मोड़ 29 सीटों पर आने वाला है, जहां पुराने प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने हैं। इन सीटों की हार-जीत ही तय करेगी कि सत्ता की चाबी किसके हाथ में होगी।
झारखण्ड में क्या है चुनावी मुद्दे?
Jharkhand: चुनावी मुद्दों की बात करें तो एनडीए परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ आक्रामक है, वहीं इंडिया गठबंधन, हेमंत सोरेन के काम के डीएम पर आदिवासी, ईसाई, मुस्लिम और दलित मतदाताओं को साधने में जुटा है। इस बार मुकाबले में छापा युद्ध ने भी तड़का लगा दिया है, जहां चुनाव के साथ-साथ ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई की एंट्री ने माहौल को और गरमा दिया है।
झारखण्ड पुलिस भी चुनाव भी पूरी तरह से एक्टिव हो गयी है। पुलिस ने भी कई जगहों पर छापा मार नकदी बरामद की है। अब सभी एजेंसीज का एक साथ एक्टिव होगा कोई संयोग है या सोची समझी कोई रणनीति, इसका जवाब तो आने वाला समय ही देगा।
अब देखना ये होगा कि 13 और 20 नवंबर को होने वाले मतदान के बाद झारखंड की सत्ता का भविष्य किसके पक्ष में जायेगा।