Vidhan Sabha Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अब तक 90 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. लेकिन अभी तक बबीता फोगाट को टिकट नहीं मिला है। ऐसे में उनके पिता महावीर फोगाट ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भाजपा का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी हर किसी को टिकट नहीं देती। वो जो भी फैसला लेती है विचार कर के ही करती है। ऐसे में हमे भी उसके फैसले को स्वीकार करना चाहिए।
इसके पहले 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में बबीता फोगाट ने बीजेपी की टिकट पर चरखी दादरी सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि इस चुनाव में उन्हें करारी हार मिली थी और 24786 वोटों के साथ वो तीसरे स्थान पर रही थीं। वहीँ निर्दलीय उम्मीदवार सोमबीर सांगवान ने जीत हासिल की थी। शायद इसी लिए बीजेपी ने बबीता को इस चुनाव में टिकट नहीं दिया और उनकी जगह पर भाजपा के ही पूर्व सहकारिता मंत्री और दादरी से 2 बार विधायक रहे सतपाल सांगवान के बेटे सुनील सांगवान को टिकट दिया है। बता दें कि सुनील सांगवान जेल अधीक्षक थे, और इस्तीफा देने के बाद अपना पहला चुनाव लड़ेंगे।
विनेश से नाराज़ है महावीर
विनेश फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट उनके राजनीति में उतरने से नाराज चल रहे हैं। इस बात पर उन्होंने कहा कि विनेश ने राजनीती में जाने का फैसला जल्दबाजी में लिया है। वो अब अब नेता जरुर बन जाएँगी मगर खुद को ओलंपिक मेडलिस्ट नहीं कहलवा पाएंगी।
महावीर फोगाट ने आगे कहा कि अगर विनेश 2028 के ओलंपिक का इंतजार करती तो बेशक विजयी होती। राजनीती तो वो 2028 के बाद भी कर सकती थी। क्योकि राजनेता को 5 साल में भुला दिया जाता है, लेकिन एक ओलंपिक पदक विजेता को हमेशा याद रखा जाता है। उसने देशवासियों के सपने को अधूरा छोड़ दिया।
संजय सिंह ने कहा कांग्रेस के इशारे पर हुआ आंदोलन
बता दें कि विनेश फोगाट ने 6 सितंबर को कांग्रेस ज्वाइन कि थी। जिसके बाद पार्टी ने उन्हें जींद जिले के जुलाना सीट से उम्मीदवार बनाया है। इस बात पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि कुछ समय पहले पहलवानो द्वारा जो आंदोलन हुआ था वो कांग्रेस के इशारे पर हुआ था। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कस्ते हुए कहा कि पार्टी ज्वाइन करने के बाद एक-एक करके बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। आने वाले समय में भारत सरकार पर भी सहयोग न करने का आरोप लगाया जाएगा, उसकी भी पूरी स्क्रिप्ट लिखी जा रही है।