बिहार में नई सरकार के गठन से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के भीतर मंत्रिमंडल को लेकर बड़ी हलचल तेज हो गई है।
बीजेपी और जद(यू) दोनों ही इस बार नए चेहरों को मौका देने के साथ-साथ अपने अनुभवी मंत्रियों को बरकरार रखने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को होना है, और उससे पहले अंदरखाने बैठकों का दौर लगातार जारी है।
सूत्रों के मुताबिक, गठबंधन की कोशिश है कि इस बार कैबिनेट में युवाओं, महिलाओं और पिछड़े वर्गों को ज्यादा प्रतिनिधित्व मिले।
जद(यू) में नई टीम का खाका तैयार, कई नए नाम चर्चा में
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 19 नवंबर को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
इस बार उनकी टीम में पांच से छह नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं। महनार सीट से जीते प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा को नई कैबिनेट में जगह मिलने की प्रबल संभावना है।
पिछले मंत्रिमंडल के 25 में से 24 मंत्री दोबारा जीतकर आए हैं, ऐसे में जद(यू) अपने अधिकतर पुराने मंत्रियों को बरकरार रख सकता है।
नए चेहरों में राहुल कुमार सिंह, सुधांशु शेखर, कलाधर प्रसाद मंडल और पन्ना लाल सिंह पटेल जैसे नाम तेजी से उभर रहे हैं।
नए चेहरों के लिए जगह, पुराने चेहरों की वापसी
बीजेपी की तरफ से भी मंत्रिमंडल में फेरबदल लगभग तय माना जा रहा है।
पार्टी अधिकांश मौजूदा मंत्रियों को दोबारा मौका देने के मूड में है। सम्राट चौधरी, प्रेम कुमार, मंगल पांडेय, विजय कुमार सिन्हा, रेनू देवी और नीरज कुमार सिंह जैसे नाम लगभग तय माने जा रहे हैं।
वहीं, नए चेहरों में राणा रणधीर, गायत्री देवी और विजय कुमार खेमका को शामिल किए जाने पर गंभीर विचार चल रहा है।
बीजेपी इस बार अधिकतम 16 मंत्रियों तक का दावा कर सकती है।
NDA के सहयोगियों की भी बढ़ेगी ताकत
सिर्फ जद(यू) और बीजेपी ही नहीं, NDA के सहयोगी दल भी इस बार मंत्रिमंडल में अपना हिस्सा सुनिश्चित कर रहे हैं।
लोजपा (रामविलास) को तीन मंत्री पद मिलने की संभावना है।
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) को एक-एक मंत्री पद दिया जा सकता है।
चिराग पासवान के कुछ करीबी नेताओं को भी इस बार कैबिनेट में जगह मिलने की संभावना जताई जा रही है।
कौन-कौन हो सकते हैं मंत्रिमंडल में शामिल? जद(यू) और BJP की संभावित सूची
जद(यू) के संभावित मंत्री
बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार, सुनील कुमार, लेसी सिंह, शीला मंडल, मदन सहनी, रत्नेश सदा, मोहम्मद जामा खान, जयंत राज, उमेश सिंह कुशवाहा और अशोक चौधरी।
जद(यू) के नए चेहरे
राहुल कुमार सिंह, सुधांशु शेखर, कलाधर प्रसाद मंडल और पन्ना लाल सिंह पटेल।
बीजेपी के संभावित मंत्री
सम्राट चौधरी, प्रेम कुमार, मंगल पांडेय, विजय कुमार सिन्हा, नीतीश मिश्रा, रेनू देवी, जिबेश कुमार, नीरज सिंह, जनक राम, हरि साहनी, केदार प्रसाद गुप्ता, सुरेंद्र मेहता, संतोष कुमार सिंह और सुनील कुमार।
बीजेपी के नए चेहरे
राणा रणधीर, गायत्री देवी, विजय कुमार खेमका।
ऐतिहासिक गांधी मैदान में होगा भव्य शपथ ग्रहण समारोह
शपथ ग्रहण कार्यक्रम को लेकर प्रशासन ने गांधी मैदान को 20 नवंबर तक आम जनता के लिए बंद कर दिया है। सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व स्तर पर बढ़ाया गया है।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित NDA के शीर्ष नेता शामिल हो सकते हैं।
यह कार्यक्रम सिर्फ शपथ ग्रहण नहीं, बल्कि बिहार की नई राजनीतिक दिशा तय करने वाला बड़ा आयोजन माना जा रहा है।
नई सरकार के सामने बड़ी चुनौती
नई टीम में अनुभव और युवा जोश के संयोजन की कोशिश साफ दिखाई दे रही है।
NDA की सबसे बड़ी चुनौती होगी। सभी दलों की अपेक्षाओं को संतुलित करना, सामाजिक प्रतिनिधित्व बनाए रखना और अगले पांच वर्षों के लिए एक स्थिर, मजबूत सरकार पेश करना।
20 नवंबर को सामने आने वाली टीम बताएगी कि नीतीश कुमार और NDA बिहार के भविष्य को किस दिशा में लेकर जाने वाले हैं।

