बिहार चुनाव 2025: बिहार के मोकामा में हुई हत्या के बाद चुनाव आयोग ने सख्त रुख अपना लिया है।
आयोग ने प्रशासन को लॉ एंड ऑर्डर सख्ती से लागू करने और सभी लाइसेंसी हथियारों को तुरंत जमा कराने का आदेश दिया है।
इसके साथ ही अवैध हथियारों की बरामदगी के लिए भी कड़े निर्देश जारी किए गए हैं।
बिहार चुनाव 2025: मुख्य चुनाव आयुक्त ने की समीक्षा
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार में कानून व्यवस्था की समीक्षा की।
इस बैठक में चुनाव आयुक्त एसएस संधू और विवेक जोशी भी शामिल थे। सीईसी ने राज्य में शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए सभी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए।
मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद पूरे राज्य में तनाव का माहौल है। चुनाव आयोग ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की है।
आचार संहिता और सुरक्षा के सख्त आदेश
चुनाव आयोग ने बिहार में आचार संहिता को सख्ती से लागू करने के आदेश जारी किए हैं। राज्य की सीमाओं पर चौकसी बढ़ाने,
अराजक तत्वों पर नजर रखने और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
चुनाव आयुक्त ने कहा कि राज्य के सभी संवेदनशील और महत्वपूर्ण मतदान केंद्रों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाए।
स्ट्रांग रूम और ईवीएम की सुरक्षा को लेकर भी विस्तार से चर्चा हुई। आयोग ने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि कोई भी गड़बड़ी न हो और मतदान प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित रहे।
चुनावी हिंसा और एफआईआर
मोकामा में हिंसा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। दुलारचंद यादव की हत्या के बाद अब चुनावी हिंसा को लेकर एक और एफआईआर दर्ज की गई है।
आरजेडी उम्मीदवार वीणा देवी के समर्थकों की शिकायत पर पंडारक थाने में यह मामला दर्ज किया गया है।
शुक्रवार को दुलारचंद यादव की शव यात्रा के दौरान पंडारक में बवाल हो गया था।
इस दौरान वीणा देवी के काफिले की गाड़ी में तोड़फोड़ की गई थी। पंडारक में हुए इस बवाल के मामले में सुमित, सोनू और गोलू को आरोपी बनाया गया है।
तीन एफआईआर पहले ही दर्ज
मोकामा हत्याकांड में इससे पहले तीन एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। दुलारचंद के पोते नीरज कुमार ने लिखित आवेदन देकर अनंत सिंह,
उनके दो भतीजे राजवीर और कर्मवीर के अलावा छोटन सिंह और कंजय सिंह को नामजद किया है।
दूसरी तरफ अनंत सिंह के समर्थक जितेंद्र कुमार ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें मोकामा से जनसुराज के प्रत्याशी प्रियदर्शी पीयूष,
लखन महतो, बाजो महतो, नीतीश महतो, ईश्वर महतो और अजय महतो को नामजद किया गया है। इसके अलावा पुलिस ने अपनी तरफ से भी एक एफआईआर दर्ज की है।
मोकामा में राजनीतिक तनाव चरम पर
चुनावी रंजिश के बीच मोकामा में अब तक तीन एफआईआर भदौर थाने में दर्ज की गई हैं, जबकि एक एफआईआर पंडारक थाने में दर्ज हुई है।
स्थिति को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

