Bhopal: भोपाल में ड्रग तस्करी के मामले में गिरफ्तार यासीन मछली और उसके चाचा शाहवर मछली की गिरफ्तारी के बाद कई हैरान करने वाले खुलासे सामने आए हैं।
पुलिस के अनुसार, यासीन खासतौर पर हिंदू लड़कियों को निशाना बनाता था, उन्हें नशे का आदी बनाकर अपने जाल में फँसाता, बलात्कार करता और फिर ब्लैकमेल करता था।
रेव पार्टी में शामिल होने से पहले, यासीन के कहने पर सभी लोग शहर के एक पब में इकट्ठा होते और फिर पार्टी स्थल की ओर रवाना होते।
पुलिस को कई वीडियो फुटेज भी मिले हैं, जिसमें इन रेव पार्टियों की हकीकत कैद है।
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रेव पार्टी का धंधा, एंट्री फीस और ड्रग्स चार्ज से होती थी कमाई
Bhopal: इन पार्टियों का आयोजन शहर के बाहरी इलाकों में फार्महाउसों में किया जाता था, जिससे पुलिस को भनक न लगे।
एंट्री फीस 10,000 से 25,000 रुपये तक होती थी, और ड्रग्स की सप्लाई के लिए अलग से चार्ज वसूला जाता था।
रातभर तेज़ म्यूज़िक, नाच, नशा और लड़कियों के शोषण के ये आयोजन पूरे अपराध तंत्र का हिस्सा थे।
55 साल पुराना है यासीन के परिवार का आपराधिक साम्राज्य
Bhopal: यासीन मछली का परिवार पिछले 5 दशकों से अवैध धंधों में लिप्त है।
पहले ये मछली की दलाली करते थे, फिर हथाईखेड़ा में मछली पालन का ठेका लेकर इलाके पर कब्जा जमा लिया।
1980 तक राजनीतिक संरक्षण के चलते उन्होंने मुस्लिम बस्ती बसाई और अवैध खनन शुरू किया।
2000 के बाद दुर्गा पंडाल और देवी जागरण के जरिए उन्होंने हिंदुओं का विश्वास जीता और फिर कॉलेजों के जरिए नौजवानों तक पहुँच बनाई।
कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी से शुरू हुआ नशे का खेल
Bhopal: 2005 से 2015 के बीच हथाईखेड़ा के आसपास कई इंजीनियरिंग और फार्मेसी कॉलेज खुले।
मछली परिवार ने फ्रेशर्स पार्टी और क्रिकेट टूर्नामेंट के ज़रिए छात्रों तक पहुँच बनाई और धीरे-धीरे उन्हें ड्रग्स की लत लगाई।
2015 के बाद रेव पार्टियों में नशे की सप्लाई और लड़कियों के साथ शारीरिक शोषण और ब्लैकमेलिंग का सिलसिला शुरू हुआ।
यासीन पर बलात्कार का मामला दर्ज
Bhopal: एमपी नगर थाने में एक युवती की शिकायत पर यासीन पर बलात्कार का केस दर्ज किया गया है।
युवती ने बताया कि यासीन ने शादी का झाँसा देकर उसे होटल में बुलाया और फिर उसके साथ बलात्कार किया।
यह केस पूरे गिरोह के ऑपरेशन की गहराई को उजागर करता है, जिसमें व्यक्तिगत संबंधों का फायदा उठाकर युवतियों का शोषण किया जाता था।
कांग्रेस नेता का बेटा निकला यासीन का राइट हैंड
Bhopal: 31 जुलाई को गिरफ्तार किया गया अंशुल सिंह उर्फ भूरी, यासीन का खास सहयोगी निकला और उसने पुलिस पूछताछ में खुद को एक कांग्रेस नेता का बेटा बताया।
उस पर 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, शराब तस्करी और शस्त्र अधिनियम का उल्लंघन शामिल है।
उसकी निशानदेही पर पुलिस ने तौफीक निजामी को भी गिरफ्तार किया और उसके पास से अवैध हथियार जब्त किए।
शाहवर मछली और यासीन के पास से ड्रग्स और हथियार बरामद
Bhopal: 18 जुलाई को पुलिस ने गोविंदपुरा से सैफुद्दीन और आशु उर्फ शाहरुख को 3 लाख रुपये और भारी मात्रा में ड्रग्स के साथ पकड़ा।
इन्हीं की निशानदेही पर पुलिस ने यासीन और शाहवर मछली को गिरफ्तार किया।
इनके पास से 3 ग्राम एमडी ड्रग और एक देसी पिस्तौल बरामद की गई।
जांच में खुलासा हुआ कि ये गिरोह मुंबई, राजस्थान और पंजाब से ड्रग्स मंगवाकर भोपाल के पब, लाउंज और क्लबों में सप्लाई करता था।
धर्मांतरण के लिए भी डाला जाता था दबाव
Bhopal: पुलिस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यासीन और उसका गिरोह न सिर्फ हिंदू लड़कियों का शारीरिक शोषण करता था, बल्कि उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव भी बनाया जाता था।
यह गिरोह सुनियोजित तरीके से युवाओं को नशे की लत में डालकर उनका शोषण करता था।