भिवंडी में लूम फैक्ट्री में भीषण आग: महाराष्ट्र के औद्योगिक शहर भिवंडी में रविवार तड़के एक बड़ी दुर्घटना सामने आई, जब एक लूम फैक्ट्री में अचानक आग लग गई।
आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही समय में उसने विकराल रूप धारण कर लिया। इस घटना में फैक्ट्री के भीतर मौजूद सिलेंडर के फटने से स्थिति और भी गंभीर हो गई, जिससे एक अग्निशमन कर्मी घायल हो गया।
हालांकि राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई, लेकिन करोड़ों रुपये के नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
कैसे शुरू हुई आग
यह घटना भिवंडी शहर के पास खोनी गांव के सिद्धार्थ नगर इलाके में स्थित एक लूम फैक्ट्री में सुबह करीब 5:30 बजे हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अचानक फैक्ट्री के अंदर से धुआं उठता दिखाई दिया और कुछ ही पलों में आग की ऊंची-ऊंची लपटें निकलने लगीं।
शुरुआती अनुमान है कि आग शॉर्ट सर्किट या किसी तकनीकी खराबी के कारण लगी हो सकती है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।
आग का दायरा और नुकसान
आग ने देखते ही देखते पूरी लूम फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया। फैक्ट्री के भीतर लगे लूम, महंगी मशीनें और तैयार व अधबना कपड़े का बड़ा भंडार जलकर पूरी तरह खाक हो गया।
आग की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि पास में स्थित तीन अन्य लूम फैक्ट्रियां भी इसकी चपेट में आ गईं और वहां भी भारी नुकसान हुआ। स्थानीय उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि इस हादसे से कई परिवारों की आजीविका पर असर पड़ेगा।
सिलेंडर ब्लास्ट से बढ़ी मुश्किल
जब फायर ब्रिगेड की टीमें आग बुझाने में जुटी थीं, उसी दौरान फैक्ट्री परिसर में रखा एक बड़ा सिलेंडर अचानक फट गया।
इस जोरदार धमाके से मौके पर अफरा-तफरी मच गई और आग बुझाने का काम कुछ देर के लिए बाधित हो गया।
सिलेंडर ब्लास्ट की चपेट में आकर अग्निशमन कर्मी कांतिलाल गूजर घायल हो गए। उन्हें तुरंत भिवंडी उपजिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत फिलहाल स्थिर है।
दमकल विभाग की कार्रवाई
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
सिलेंडर ब्लास्ट और लगातार फैलती आग के कारण बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन समय रहते आग को आसपास के रिहायशी इलाकों में फैलने से रोक लिया गया।
स्थानीय लोगों की आपबीती
घटना के समय आसपास मौजूद लोगों ने बताया कि उन्होंने सुबह खिड़की खोलते ही आग की लपटें देखीं और जान बचाने के लिए घरों से बाहर भागे।
एक स्थानीय निवासी के अनुसार, करीब सवा पांच बजे पहला धमाका हुआ, जबकि छह बजे के आसपास दो और तेज धमाके सुनाई दिए।
लोगों का कहना है कि अगर आग कुछ देर और फैलती, तो बड़ा हादसा हो सकता था। कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि शुरुआत में एंबुलेंस देर से पहुंची।
फिलहाल प्रशासन ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। आग लगने के सटीक कारणों का पता लगाया जा रहा है और फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानकों की समीक्षा की बात कही जा रही है।
प्रशासन का कहना है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।

