बेंगलुरु कॉलेज रेप केस: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई रेप की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है।
पुलिस के अनुसार 21 वर्षीय छात्र जीवन गौड़ा ने अपनी ही क्लासमेट के साथ कॉलेज परिसर के मेल टॉयलेट में रेप किया।
यह घटना शुक्रवार 10 अक्तूबर 2025 को दोपहर के वक्त हुई थी, लेकिन पीड़िता ने हिम्मत जुटाने के बाद 15 अक्तूबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत दर्ज होने के तुरंत बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
क्लासमेट रह चुका है आरोपी
यह घटना बेंगलुरु के एक प्रतिष्ठित निजी कॉलेज में हुई, जिससे समाज और शैक्षणिक जगत दोनों में आक्रोश की लहर है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी जीवन गौड़ा कॉलेज का छठे सेमेस्टर का छात्र है, जबकि पीड़िता सातवें सेमेस्टर में पढ़ती है।
दोनों पहले क्लासमेट रह चुके थे और एक-दूसरे को जानते थे। घटना वाले दिन पीड़िता कुछ सामान लेने के लिए आरोपी से मिलने गई थी, लेकिन आरोपी ने इस मुलाकात का गलत फायदा उठाया।
एफआईआर में दर्ज दर्दनाक घटनाक्रम
एफआईआर के अनुसार, घटना 1:30 बजे से 1:50 बजे के बीच हुई जब आरोपी ने पीड़िता को बार-बार फोन करके आर्किटेक्चर ब्लॉक की सातवीं मंजिल पर बुलाया।
वहां उसने पहले उसे किस करने की कोशिश की, और जब पीड़िता भागने की कोशिश करने लगी तो आरोपी ने उसका पीछा किया, उसे छठी मंजिल के मेल टॉयलेट में घसीटा और वहां दुष्कर्म किया।
आरोपी ने टॉयलेट का दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया और पीड़िता का मोबाइल फोन भी छीन लिया ताकि वह किसी से संपर्क न कर सके।
एफआईआर में यह भी बताया गया कि वारदात के बाद आरोपी ने पीड़िता को फोन कर पूछा कि “क्या तुम्हें गोली चाहिए?” यानी गर्भनिरोधक दवा।
यह सुनकर पीड़िता सदमे में चली गई। उसने तुरंत पुलिस में रिपोर्ट नहीं की, बल्कि पहले अपनी दो सहेलियों को घटना बताई और बाद में माता-पिता की मदद से हनुमंतनगर पुलिस स्टेशन पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64 (बलात्कार के लिए दंड) के तहत दर्ज किया है।
जांच में जुटी पुलिस, सबूत जुटाने में कठिनाई
पुलिस ने अगले दिन क्राइम सीन को रीक्रिएट किया ताकि घटनाक्रम को समझा जा सके, लेकिन जांच में सामने आया कि जिस टॉयलेट में वारदात हुई।
वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। इस कारण प्रत्यक्ष सबूत जुटाने में कठिनाइयां आ रही हैं।
पुलिस अब डिजिटल सबूतो, मोबाइल डेटा और फॉरेंसिक सबूतों की जांच कर रही है। आरोपी जीवन गौड़ा से पूछताछ जारी है और उसका मेडिकल परीक्षण भी किया गया है।
राजनीतिक बवाल: विपक्ष ने सरकार को घेरा
यह मामला अब राजनीतिक रंग भी ले चुका है। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य की सत्ताधारी कांग्रेस सरकार पर कानून व्यवस्था में विफलता का आरोप लगाया है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक ने कहा कि सिर्फ चार महीनों में 979 यौन हमले हुए हैं, जिनमें से 114 मामले सिर्फ बेंगलुरु में दर्ज हुए हैं।
यह सरकार की नाकामी है, जब महिलाएं और छात्राएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहीं।”
आर. अशोक ने आगे कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) से कर्नाटक में एक विशेष जांच टीम भेजने की मांग की है।
उन्होंने कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जब तक हमारी बहनें और बेटियां असुरक्षित हैं, भाजपा चुप नहीं बैठेगी। राज्य सरकार को जवाब देना ही होगा।
कॉलेज प्रशासन पर भी उठे सवाल
घटना के बाद कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं। अब तक उस निजी कॉलेज की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी की कमी और परिसर में महिला सुरक्षा नीतियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
समाजिक संगठनों ने मांग की है कि कॉलेज प्रशासन स्पष्ट जवाबदेही तय करे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।