Ahmedabad plane crash: अहमदाबाद के प्लेन क्रैश हादसे में 268 लोगों की मौत हो गई है, लेकिन किसे पता था कि ये सफर उनकी जिंदगी का आखिरी सफर होगा और वो दुनिया को अलविदा कह देंगे।
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Ahmedabad plane crash: तीनों बच्चे जिंदा जले
ऐसा ही कुछ हुआ बांसवाड़ा के डॉक्टर दंपती डॉ कौमी औऱ प्रतीक के जोशी के साथ। ये अपने तीन बच्चे जिसमें मिराया, प्रद्युत औऱ नकुल के साथ लंदन में एक नई ज़िंदगी शुरू करने निकले थे, लेकिन नियति ने कुछ और ही तय कर रखा था। हादसे में तीनों बच्चों के साथ प्रतीक और कौमी जिंदा जल गए।
कौमी उदयपुर में थी कार्यरत
बता दें कि तीन साल पहले डॉ प्रतीक व्यास ने लंदन में परीक्षा दी थी और उनका सेलेक्शन हो गया था और वो वहां चले गए थे। वहीं कौमी उदयपुर के उमरड़ा स्थित पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में डॉक्टर के तौर पर काम कर करती थी।
एक महीने पहले दिया इस्तीफा
पति की नौकरी, बच्चों की पढ़ाई और बेहतर जीवन की उम्मीद लिए उन्होंने एक महीने पहले ही इस्तीफा दिया था। जिस अस्पताल में प्रतीक काम कर रहे थे, वहां बच्चों की पढ़ाई, मेडिकल सभी सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी और बच्चों के बेहतर भविष्य को देखते हुए कौमी ने वहां जाने का फैसला किया था।
वहीं दो दिन पहले ही प्रतीक भारत लौटे थे ताकि पत्नी और बच्चों को साथ ले जा सकें, लेकिन उन्हें क्या पता था कि यह वापसी उन्हें अपने पूरे परिवार से हमेशा के लिए जुदा कर देगी। वो हंसता-खेलता परिवार अब केवल यादों में रह गया है उस मुस्कान के साथ जो अब कभी वापस नहीं आएगी।
राजस्थान के 12 लोगों की मौत
अहमदाबाद प्लेन क्रैश में राजस्थान के 12 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में 5 बांसवाड़ा, 5 उदयपुर, एक-एक बालोतरा और बीकानेर के रहने वाले हैं। इनमें कोई डॉक्टर था तो कोई कुक। कोई डॉक्टर की पढ़ाई पूरी करने के लिए जा रहा था।
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