उत्तर प्रदेश के आगरा जनपद के थाना शाहगंज क्षेत्र से पारिवारिक रिश्तों को झकझोर देने वाला एक गंभीर मामला सामने आया है। एक चार्टेड अकाउंटेंट महिला ने अपने ससुराल पक्ष पर धोखाधड़ी, उत्पीड़न और दुराचार के प्रयास जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
पीड़िता का कहना है कि उसके साथ छलपूर्वक विवाह किया गया और शादी के समय पति से जुड़ी एक गंभीर शारीरिक समस्या को जानबूझकर छिपाया गया।
शादी से पहले छिपाई गई पति की बीमारी
महिला ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि वह एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत है और उसकी शादी सामाजिक रीति-रिवाजों के अनुसार तय हुई थी।
विवाह के समय उसे पति के स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी तरह की संवेदनशील जानकारी नहीं दी गई।
शादी के बाद जब उसे पति की शारीरिक समस्या के बारे में पता चला, तब उसने परिवार से इस पर बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उसे सहयोग की जगह प्रताड़ना झेलनी पड़ी।
संतान की चाहत के नाम पर अमानवीय दबाव
पीड़िता का आरोप है कि जब उसने अपनी सास को पति की समस्या की जानकारी दी, तो सास ने बेहद आपत्तिजनक और अमानवीय सुझाव दिया। सास ने संतान की चाहत का हवाला देते हुए उस पर अपने जेठ के साथ संबंध बनाने का दबाव डाला।
महिला के अनुसार यह प्रस्ताव न सिर्फ सामाजिक और नैतिक रूप से गलत था, बल्कि उसके आत्मसम्मान और सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा था।
दुराचार के प्रयास का आरोप
महिला ने यह भी आरोप लगाया कि सास के दबाव के बीच जेठ ने उसके साथ दुराचार का प्रयास किया। इस घटना के बाद उसका मानसिक और शारीरिक संतुलन पूरी तरह टूट गया। जब उसने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी अपने पति को दी, तो परिवार ने उसका साथ देने के बजाय उसे ही दोषी ठहराना शुरू कर दिया।
विरोध करने पर की गई मारपीट
पीड़िता के मुताबिक जब उसने इस अन्याय का विरोध किया, तो ससुराल वालों ने उसके साथ मारपीट की। हालात इतने बिगड़ गए कि उसे जान का खतरा महसूस होने लगा। अंततः रिश्तेदारों ने बीच-बचाव कर उसे ससुराल से बाहर निकाला और उसका इलाज कराया।
पुलिस में दर्ज हुआ मामला
इस पूरे घटनाक्रम के बाद महिला ने शाहगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में धोखाधड़ी, मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न तथा दुराचार के प्रयास जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस का बयान
इस संबंध में एसीपी लोहा मंडी गौरव सिंह ने फोन पर बताया कि महिला की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। सभी आरोपों की गहन जांच की जा रही है और जांच के आधार पर आगे की आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला न सिर्फ पारिवारिक रिश्तों में भरोसे पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह संवेदनशील मुद्दों को छिपाकर महिलाओं को मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का शिकार बनाया जा रहा है।

