Vande Metro: मोदी सरकार वंदे भारत के बाद अब जल्द ही वंदे भारत स्लीपर और वंदे भारत मेट्रो लाने की तैयारी में है। आइये आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
भारत की इकॉनमी और ग्रोथ में ट्रैन का बड़ा महत्व है या फिर कहें की एक बड़ा योगदान है। मोदी सरकार ने भारत को पहली हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत की सौगात दी और अब उस ही की तरह पर रेलवे भारत को वंदे मेट्रो की सौगात देने वाला है। आइये जानते हैं कि ये मेट्रो किन शहरों में चलने वाली हैं और इसमें क्या-क्या सुविधाएं होंगी।
वंदे मेट्रो
रेलवे मंत्री अश्विन वैष्णव ने गुरुवार को लोकसभा में कई अहम जानकारी दी है। उन्होनें कहा कि सामान्य ट्रेनों डिब्बों को बढ़ने की मांग को मद्दे नजर रखते हुए सरकार 2500 नए डिब्बे बनाने का विचार कर रही है। साथ ही 150 से 200 किलोमीटर की दूरी वाल सभी शहरों पर वंदे मेट्री ट्रेन चलायी जाएगी। जिसका डिजाइन तैयार किया जा चुका है। वंदे मेट्रो को लेकर सब में काफी उत्सुकता बनी हुयी है।
वंदे मेट्रो क्यों है खास
वंदे मेट्रो वंदे भारत ट्रेनों का छोटा दूरी का मॉडर्न फॉर्मेट है। रेलवे इसे लगभग 100-200 किलोमीटर की दूरी के अंदर आने वाले 124 शहरों को जोड़ने का प्लान बना रही है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की तरह ही वंदे मेट्रो ट्रेन भी ऑटोमेटेड होने वाली है। इसकी सबसे खास बात ये है कि ये बिना लोकोमोटिव इंजन के पटरी पर तेजी से दौड़ती है।
ऐसा होगा वंदे मेट्रो का इंफ्रास्ट्रक्चर
वंदे मेट्रो ट्रेनों का लुक और इन्फ्रास्ट्रक्चर लोकल मेट्रो से काफी अच्छा होने वाला है। इस ट्रेन का इंटीरियर हाई क्लास सुविधाओं से लैस है, जिसमें यात्रियों के बैठने और खड़े रहकर सफर करने की खास व्यवस्था रेलवे द्वारा की गयी है। वंदे मेट्रो ट्रेनें पूरी तरह से एसी कोच से लैस होगी और वंदे मेट्रो ट्रेनों में ऑटोमेटिक गेट,डीफ्यूज्ड लाइटिंग और मोबाइल चार्जिंग सॉकेट जैसी फैसिलिटीज होंगी। ट्रैन में सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए जायेंगे। इसके अलावा यात्रियों की सुरक्षा के लिए इसमें ‘कवच’ ट्रेन एंटी कोलिजन सिस्टम भी इंस्टाल किया गया है।
इन शहरों में होगी वंदे मेट्री की एंट्री
रेलवे अधिकारियों ने जानकारी दी कि वंदे मेट्रो ट्रेनें लगभग 124 शहरों को एक साथ लाएगी। इनमें कुछ चिह्नित रूट्स में लखनऊ-कानपुर, दिल्ली-रेवाड़ी, आगरा-मथुरा, तिरूपति-चेन्नई और भुवनेश्वर-बालासोर शामिल होंगे। इसके अलावा बिहार के भागलपुर से पश्चिम बंगाल के हावड़ा के बीच भी वंदे मेट्रो ट्रेन चलने की खबरे भी सामने आ रही हैं।
वंदे स्लीपर ट्रेन की भी जल्द होगी शुरुआत
लंबी दूरी की ट्रैवल के लिए 700 किलोमीटर और 1000 किलोमीटर से ज्यादा ट्रैवल के लिए वंदे स्लीपर का लाए जाएगी। पहली ट्रेन की मैन्यूफैक्चरिंग हो चुकी है जिसकी टेस्टिंग जारी है।